अष्टमी
Ashtami
(Eighth day of the lunar fortnight in the Hindu calendar)
Summary
अष्टमी: हिंदू चंद्र कैलेंडर का आठवाँ दिन
अष्टमी (aṣṭamī), हिंदू चंद्र कैलेंडर का आठवाँ दिन है। ये एक महत्वपूर्ण तिथि है जो कई धार्मिक उत्सवों और व्रतों से जुड़ी है।
अष्टमी की विशेषताएँ:
- चंद्रमा की स्थिति: अष्टमी को चंद्रमा अपनी आठवीं कला में होता है। इसका अर्थ है कि चंद्रमा आकाश में आधे से थोड़ा ज़्यादा दिखाई देता है।
- धार्मिक महत्व: अष्टमी का हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान है। इस दिन कई देवी-देवताओं की पूजा की जाती है, जैसे:
- माँ दुर्गा: नवरात्रि के दौरान अष्टमी को मां दुर्गा की पूजा की जाती है।
- कृष्ण जन्माष्टमी: भगवान कृष्ण का जन्मदिन अष्टमी के दिन मनाया जाता है।
- गणेश चतुर्थी: भगवान गणेश का जन्मदिन भी अष्टमी के दिन मनाया जाता है।
- व्रत: कई लोग अष्टमी के दिन व्रत रखते हैं। ये व्रत विभिन्न कारणों से रखे जाते हैं, जैसे कि:
- स्वास्थ्य लाभ: कुछ लोग अष्टमी के दिन व्रत रखकर अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए रखते हैं।
- ईश्वर की कृपा: कुछ लोग अष्टमी के दिन व्रत रखकर ईश्वर की कृपा प्राप्त करने के लिए रखते हैं।
- मनोकामना पूरी होना: कुछ लोग अष्टमी के दिन व्रत रखकर अपनी मनोकामना पूरी होने के लिए रखते हैं।
अष्टमी का धार्मिक महत्व:
अष्टमी का हिंदू धर्म में गहरा धार्मिक महत्व है। यह दिन देवी-देवताओं की पूजा, व्रत और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन लोग अपने घरों में पूजा करते हैं, मंदिर जाते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं और दान-पुण्य करते हैं।
अष्टमी की पूजा:
अष्टमी के दिन पूजा के लिए कई तरह के अनुष्ठान और विधि होती हैं। पूजा में विभिन्न प्रकार के फूल, फल, मिठाई और धूप-दीप का प्रयोग किया जाता है। साथ ही, देवी-देवताओं के मंत्रों का उच्चारण भी किया जाता है।
अष्टमी की महत्ता:
अष्टमी हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है जो कई धार्मिक उत्सवों और व्रतों से जुड़ा है। इस दिन लोग अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन करते हैं और अपने जीवन में आध्यात्मिकता और भक्ति का अनुभव करते हैं।