
चांद कौर
Chand Kaur
(Malika Muqaddasa of the Sikh Empire from 1840–1841)
Summary
चाँद कौर: सिख साम्राज्य की चौथी शासक (एक विस्तृत विवरण)
चाँद कौर (1802 - 11 जून 1842) सिख साम्राज्य की चौथी शासक थीं जिन्हें 2 दिसंबर 1840 को "मलिका मुक़द्दिसा" घोषित किया गया था। उनका जन्म कन्हैया मिसल के सरदार जयमल सिंह के घर हुआ था। 1812 में, उनकी शादी महाराजा रणजीत सिंह और महारानी दातार कौर के पुत्र और उत्तराधिकारी, युवराज खड़क सिंह से हुई थी। 1821 में उन्होंने अपने इकलौते बेटे नौ निहाल सिंह को जन्म दिया, जो पंजाब की गद्दी के लिए उत्तराधिकार की रेखा में दूसरे स्थान पर थे।
अपने पति के शासनकाल के दौरान, चाँद कौर सिख साम्राज्य की रानी रहीं और अपने बेटे के सिंहासन पर बैठने पर वह राजमाता बन गईं।
अपने पति खड़क सिंह और बेटे नौ निहाल सिंह की मौत के बाद, चाँद कौर ने नौ निहाल सिंह और उनकी गर्भवती विधवा साहिब कौर के अजन्मे बच्चे के लिए खुद को रीजेंट घोषित कर दिया। जब साहिब कौर ने एक मृत शिशु को जन्म दिया, तो चाँद कौर ने अपना दावा छोड़ दिया और प्रतिद्वंद्वी शेर सिंह ने लाहौर पर सफल हमला किया। बाद में 11 जून 1842 को उनके नौकरों ने उनकी हत्या कर दी।
अतिरिक्त विवरण:
- चाँद कौर ने अपनी शक्ति का इस्तेमाल अपने बेटे नौ निहाल सिंह के उत्तराधिकार को सुरक्षित करने के लिए किया, लेकिन उसकी मौत और उसके अजन्मे बच्चे की मृत्यु ने सिख साम्राज्य में गृहयुद्ध की शुरुआत कर दी।
- चाँद कौर की हत्या ने राजनीतिक अस्थिरता को बढ़ा दिया और सिख साम्राज्य के पतन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- चाँद कौर को एक शक्तिशाली और प्रभावशाली महिला के रूप में याद किया जाता है जिसका सिख साम्राज्य के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है।
यह भी ध्यान दें:
- यह जानकारी विकिपीडिया से ली गई है और इसमें कुछ अतिरिक्त जानकारी और विवरण जोड़े गए हैं।
- सिख साम्राज्य के इतिहास के बारे में और जानने के लिए, आप विकिपीडिया या अन्य विश्वसनीय स्रोतों का संदर्भ ले सकते हैं।