
रूस में बौद्ध धर्म
Buddhism in Russia
(Overview of the role of Buddhism in Russia)
Summary
रूस में बौद्ध धर्म
बौद्ध धर्म का रूस में एक समृद्ध इतिहास है, जो 17वीं शताब्दी की शुरुआत में साइबेरिया में फैला था। रूस सरकार बौद्ध धर्म को अपनी पारंपरिक धार्मिक विरासत का हिस्सा मानती है और कानूनी तौर पर इसकी रक्षा करती है।
बौद्ध धर्म रूस के कई क्षेत्रों में प्रचलित है, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:
- बुर्यातिया: यहाँ सदियों से बौद्ध मठों की एक समृद्ध परंपरा रही है।
- तुवा: यह क्षेत्र भी बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है।
- काल्मिकिया: यह यूरोप का एकमात्र गणराज्य है जहाँ बौद्ध धर्म बहुसंख्यक धर्म है।
इन ऐतिहासिक क्षेत्रों के अलावा, बौद्ध धर्म अब पूरे रूस में तेजी से फैल रहा है, खासकर जातीय रूसी लोगों के बीच।
रूस में बौद्ध धर्म का सबसे प्रमुख रूप गेलुग्पा संप्रदाय है, जिसे अनौपचारिक रूप से "पीली टोपी" परंपरा के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा, तिब्बती और गैर-तिब्बती बौद्ध धर्म के अन्य संप्रदाय भी यहाँ अल्पसंख्यक रूप में मौजूद हैं।
हालांकि तिब्बती बौद्ध धर्म मुख्य रूप से तिब्बत से जुड़ा हुआ है, लेकिन यह मंगोलिया के रास्ते साइबेरिया और फिर पूरे रूस में फैल गया।
सेंट पीटर्सबर्ग में स्थित दत्सन गुंजेचोइनी रूस का सबसे उत्तरी बौद्ध मंदिर है।