
गेशे
Geshe
(Tibetan Buddhist academic degree)
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Geshe: तिब्बती बौद्ध धर्म की एक उपाधि
"Geshe" (गेसे) तिब्बती भाषा का शब्द है, जो संस्कृत शब्द "कल्याणमित्र" का अनुवाद है। इसका अर्थ है "धार्मिक मित्र" या "परोपकारी मित्र"। यह तिब्बती बौद्ध धर्म में भिक्षुओं और भिक्षुणियों को प्रदान की जाने वाली एक शैक्षणिक उपाधि है।
गेसे उपाधि का महत्व:
- गेसे उपाधि तिब्बती बौद्ध धर्म, खासकर गेलुग परंपरा, में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है।
- यह उपाधि प्राप्त करने के लिए भिक्षुओं और भिक्षुणियों को बौद्ध दर्शन, तर्कशास्त्र, ध्यान और अन्य विषयों का गहन अध्ययन करना होता है।
- इस अध्ययन में कई वर्षों का कठोर अभ्यास और परीक्षाएं शामिल होती हैं।
- गेसे उपाधि प्राप्त करने वाला व्यक्ति बौद्ध धर्म का विद्वान और धार्मिक नेता माना जाता है।
गेसे उपाधि और अन्य परंपराएँ:
- हालाँकि गेसे उपाधि गेलुग परंपरा में अधिक प्रचलित है, लेकिन इसे सैक्य और बॉन परंपराओं में भी प्रदान किया जाता है।
- महिलाओं को यह उपाधि "गेसेमा" के नाम से प्रदान की जाती है।
निष्कर्ष:
गेसे उपाधि तिब्बती बौद्ध धर्म में एक प्रतिष्ठित उपाधि है जो बौद्ध धर्म के गहन ज्ञान और अभ्यास का प्रतीक है। यह उपाधि प्राप्त करने वाले व्यक्ति धार्मिक नेता और शिक्षक बनते हैं और समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
Geshe or geshema is a Tibetan Buddhist academic degree for monks and nuns. The degree is emphasized primarily by the Gelug lineage, but is also awarded in the Sakya and Bön traditions. The equivalent geshema degree is awarded to women.