औपमान्यव
Aupamanyava
(Vedic sage)
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वैदिक साहित्य में औपमन्यव
वैदिक साहित्य के वंश ब्राह्मण में, औपमन्यव को एक वैदिक ऋषि और सामवेद के शिक्षक के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
औपमन्यव या "उपमन्यु" का पितृनाम उसे उपमन्यु का वंशज बताता है, जबकि कम्बोज नाम (देर वैदिक) महाजनपद काल के कम्बोज राज्य के साथ एक संबंध का सुझाव देता है।
वंश ब्राह्मण हमें बताता है कि ऋषि आनंदज ने सर्करक्ष के पुत्र संब से, साथ ही उपमन्यु के पुत्र या वंशज कम्बोज से वैदिक शिक्षा प्राप्त की थी।
विवरण:
- औपमन्यव - वेदों के ज्ञान में प्रवीण एक ऋषि, सामवेद के शिक्षक।
- उपमन्यु - औपमन्यव के पूर्वज, उनके वंश के संकेतक।
- कम्बोज - औपमन्यव का नाम, कम्बोज राज्य से संबंध का संकेत।
- सर्करक्ष - संब के पिता, वैदिक ऋषि।
- संब - ऋषि आनंदज के गुरु, सर्करक्ष के पुत्र।
- आनंदज - वैदिक ऋषि, जिन्होंने संब और कम्बोज से शिक्षा प्राप्त की।
संक्षेप में:
वंश ब्राह्मण में औपमन्यव को उपमन्यु के वंशज और कम्बोज राज्य से संबंधित एक ऋषि के रूप में प्रस्तुत किया गया है। वे सामवेद के शिक्षक थे और ऋषि आनंदज को वैदिक शिक्षा प्रदान करने में उनकी भूमिका थी।
In the Vamsa Brahmana of Vedic literature, Aupamanyava is listed as a Vedic sage and teacher of the Sama Veda.