जाह्नू
Jahnu
(Hermit-king in Hinduism)
Summary
जह्नु: एक तपस्वी राजा
हिंदू धर्म में, जह्नु (संस्कृत: जह्नु) एक तपस्वी राजा हैं जो चंद्रवंश से संबंधित हैं। राजा अजामिढ़ के पुत्र, जह्नु ने अपने पुत्र, बलाकाश्व (या कभी-कभी अजाक) के पक्ष में अपने राज्य को त्याग दिया और तपस्या करने के लिए चले गए। हरिवंश और ब्रह्म पुराण के अनुसार, वह कावेरी के पति भी थे।
जह्नु का चरित्र
जह्नु के जीवन की कहानी कई पौराणिक कथाओं में वर्णित है। उनके बारे में कहा जाता है कि वे एक महान योद्धा, एक दयालु राजा और एक भक्त तपस्वी थे। उनके पास असाधारण शक्ति और ज्ञान था।
जह्नु और कावेरी
एक कथा के अनुसार, जह्नु ने एक बार तपस्या के दौरान एक नदी को सूखते हुए देखा। यह नदी कावेरी थी, जो सूखने के कारण पीड़ित थी। जह्नु ने अपनी तपस्या की शक्ति से नदी को जीवनदान दिया और उसे फिर से बहने लगा। इस घटना के बाद से, कावेरी को जह्नु नदी के रूप में भी जाना जाता है।
जह्नु और गंगा
एक और कथा में, जह्नु गंगा नदी के क्रोध का सामना करते हैं। गंगा, अपने क्रोध में, जह्नु के घड़े में प्रवेश करती है। जह्नु गंगा को अपने घड़े में रखकर, उसकी शक्ति को नियंत्रित करते हैं और उसे शांत करते हैं। इस घटना के बाद से, गंगा को जह्नुपुत्री भी कहा जाता है।
जह्नु की वंशावली
जह्नु के वंश में कई महान राजा और ऋषि शामिल हैं। उनका वंश चंद्रवंश से संबंधित है, जो सूर्यवंश के समकालीन हैं।
निष्कर्ष
जह्नु हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं, जो एक राजा और तपस्वी के रूप में सम्मानित हैं। उनका चरित्र, उनकी शक्ति और उनकी भक्ति ने उन्हें हिंदू धर्म में एक प्रमुख स्थान दिलाया है।