Buddhist_monasticism

बौद्ध मठवाद

Buddhist monasticism

(Buddhist community (sangha) principles)

Summary
Info
Image
Detail

Summary

बौद्ध संन्यास: एक विस्तृत विवरण

बौद्ध संन्यास बौद्ध धर्म की आधारशिलाओं में से एक है और संगठित संन्यास के सबसे पुराने रूपों में से एक है। भिक्षु (पाली) और भिक्षुणी (संस्कृत) बौद्ध धर्म के भिक्षु और भिक्षुणियाँ हैं जो बुद्ध के उपदेशों के संरक्षण और प्रसार तथा बौद्ध घर-परिवारों का मार्गदर्शन करने के लिए जिम्मेदार हैं।

आज तीन मुख्य विनय परंपराएं हैं जो विभिन्न क्षेत्रीय बौद्ध धार्मिक परंपराओं में संन्यासी जीवन को नियंत्रित करती हैं:

  • थेरावाद: श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व एशिया
  • धर्मगुप्तक: पूर्वी एशिया
  • मूलसर्वास्तिवद: तिब्बत और हिमालयी क्षेत्र

बौद्ध संन्यास के कुछ प्रमुख पहलू:

  • बौद्ध भिक्षु और भिक्षुणियाँ धर्म के लिए अपने जीवन को समर्पित करते हैं और अपनी सांसारिक जिम्मेदारियों से मुक्त हो जाते हैं। वे बुद्ध के उपदेशों का पालन करते हैं और आत्मज्ञान की तलाश में रहते हैं।
  • विनय बौद्ध भिक्षुओं और भिक्षुणियों के जीवन को नियंत्रित करने वाले नियमों का एक संग्रह है। ये नियम नैतिकता, अनुशासन और सादा जीवन के बारे में हैं।
  • बौद्ध मठ संन्यासियों के लिए रहने और धर्म का अध्ययन करने के लिए एक स्थान है। मठ बौद्ध धर्म के केंद्र हैं और शिक्षा, ध्यान और सेवा के लिए समर्पित हैं।
  • बौद्ध संन्यास केवल पुरुषों या महिलाओं के लिए नहीं है। बौद्ध धर्म में भिक्षु और भिक्षुणियाँ दोनों होते हैं, और दोनों को समान रूप से सम्मान दिया जाता है।
  • बौद्ध संन्यास एक जीवनकाल का व्रत है। भिक्षु और भिक्षुणियाँ अपने पूरे जीवन को बौद्ध धर्म के लिए समर्पित करते हैं और घर वापस नहीं जाते हैं।

बौद्ध संन्यास बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और आज भी लाखों लोगों को आकर्षित करता है। संन्यासियों के माध्यम से, बौद्ध धर्म का ज्ञान और शिक्षा पूरे विश्व में फैलती है।


Buddhist monasticism is one of the earliest surviving forms of organized monasticism and one of the fundamental institutions of Buddhism. Monks and nuns, called bhikkhu and bhikkhuni, are responsible for the preservation and dissemination of the Buddha's teaching and the guidance of Buddhist lay people. Three surviving traditions of monastic discipline (Vinaya), govern modern monastic life in different regional traditions: Theravada, Dharmaguptaka, and Mulasarvastivada.



...
...
...
...
...
An unhandled error has occurred. Reload 🗙