
अनेकांतवाद
Anekantavada
(Jain doctrine about metaphysical truths that emerged in ancient India)
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अनेकांतवाद: जैन धर्म का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत
अनेकांतवाद (अनेक + अंत + वाद), जिसका अर्थ है "अनेक पहलुओं वाला दृष्टिकोण", जैन धर्म का एक महत्वपूर्ण दार्शनिक सिद्धांत है जो परम सत्य की व्याख्या करता है। यह सिद्धांत कहता है कि अंतिम सत्य और वास्तविकता जटिल है और उसके अनेक पहलू हैं।
अनेकांतवाद के अनुसार:
- पूर्ण सत्य बहुआयामी है: किसी एक कथन या दृष्टिकोण से पूर्ण सत्य को समझना संभव नहीं है। हर दृष्टिकोण सत्य का एक अंश मात्र होता है।
- केवल "अरिहंत" ही पूर्ण सत्य को जानते हैं: जैन धर्म के अनुसार, केवल अरिहंत, जो पूर्ण ज्ञानी होते हैं, वे ही केवल ज्ञान (केवल ज्ञान) प्राप्त कर सकते हैं और पूर्ण सत्य को समझ सकते हैं।
- सभी दावे सीमित होते हैं: अन्य सभी प्राणी और उनके द्वारा किए गए दावे पूर्ण सत्य नहीं हो सकते।
- सत्यापन और खंडन: अनेकांतवाद कहता है कि किसी भी दावे को स्वीकार या अस्वीकार करने से पहले उसे अनेक दृष्टिकोणों से परखना चाहिए।
अनेकांतवाद का उद्भव:
- महावीर स्वामी की शिक्षाएं: अनेकांतवाद का मूल महावीर स्वामी, जो जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे, की शिक्षाओं में पाया जाता है (599-527 ईसा पूर्व)।
- स्याद्वाद और नयवाद: मध्ययुगीन काल में, अनेकांतवाद से दो महत्वपूर्ण अवधारणाएं उभरीं: स्याद्वाद ("सशर्त दृष्टिकोण") और नयवाद ("आंशिक दृष्टिकोण")। इन अवधारणाओं ने जैन धर्म को और अधिक तार्किक संरचना और अभिव्यक्ति प्रदान की।
- दार्शनिक बहस: जैन, बौद्ध और वैदिक दार्शनिकों के बीच हुई बहसों से पहली सहस्राब्दी ईस्वी में अनेकांतवाद का विस्तृत स्वरूप उभरा।
अनेकांतवाद के अन्य अर्थ:
- निरपेक्षता का अभाव: अनेकांतवाद को निरपेक्षता के त्याग के रूप में भी समझा जा सकता है।
- बौद्धिक अहिंसा: यह सिद्धांत बौद्धिक स्तर पर अहिंसा का पालन करने का आह्वान करता है।
- धार्मिक सहिष्णुता: अनेकांतवाद धार्मिक सहिष्णुता और बहुलवाद का समर्थन करता है।
- कट्टरपंथी सोच का विरोध: यह सिद्धांत कट्टरपंथी सोच, आतंकवाद और हिंसा का विरोध करता है।
आधुनिक विद्वान अनेकांतवाद को धार्मिक सहिष्णुता, खुले विचारों और बहुलवाद के साथ जोड़कर देखते हैं।
Anekāntavāda is the Jain doctrine about metaphysical truths that emerged in ancient India. It states that the ultimate truth and reality is complex and has multiple aspects.