
बुंदेलखंड में जैन धर्म
Jainism in Bundelkhand
()
Summary
बुंदेलखंड: जैन धर्म का एक प्राचीन केंद्र (Bundelkhand: An Ancient Center of Jainism)
पृष्ठभूमि:
बुंदेलखंड, मध्य भारत में स्थित एक ऐतिहासिक क्षेत्र है, जो जैन धर्म का एक प्राचीन और महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी भाग और मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग तक फैला हुआ है।
इतिहास:
प्राचीन काल में बुंदेलखंड को दशार्ण या जयजकभूक्ति के नाम से जाना जाता था। बेतवा (वेत्रवती) और धसान (दशार्ण) नदियाँ इस क्षेत्र से बहती हैं।
जैन धर्म का प्रभाव:
यह भारत के उन चुनिंदा क्षेत्रों में से एक है जहाँ जैन धर्म का गहरा प्रभाव और प्रसार है। बुंदेलखंड में अनेक प्राचीन जैन तीर्थ स्थित हैं, जो तीर्थयात्रियों और श्रशविकों के लिए आस्था का केंद्र हैं।
विद्वान और साधु:
आधुनिक समय में भी जैन धर्म के अनेक विद्वान और साधु इसी क्षेत्र से आते हैं, जो जैन दर्शन और संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं।
कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:
- बुंदेलखंड में जैन धर्म का इतिहास काफी समृद्ध है और यहाँ अनेक प्राचीन जैन मंदिर और स्तूप देखने को मिलते हैं।
- यह क्षेत्र जैन धर्म के प्रचार और प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है।
- बुंदेलखंड के लोग जैन धर्म के सिद्धांतों और मूल्यों का पालन करते हैं, जो इस क्षेत्र की संस्कृति और परंपराओं का अभिन्न अंग बन गए हैं।
निष्कर्ष:
बुंदेलखंड भारत में जैन धर्म का एक महत्वपूर्ण केंद्र है, जहाँ जैन धर्म का इतिहास, संस्कृति और दर्शन आज भी जीवंत है।