
काशी यात्रा
Kashi Yatra
(Pilgrimage to the city of Kashi)
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काशी यात्रा: एक पवित्र तीर्थयात्रा और विवाह की एक रस्म
"काशी यात्रा" का शाब्दिक अर्थ है "काशी की यात्रा"। हिंदू धर्म में, काशी (वाराणसी) को सबसे पवित्र शहरों में से एक माना जाता है और यहाँ की तीर्थयात्रा को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
तीर्थयात्रा के रूप में काशी यात्रा:
- मोक्ष की प्राप्ति: हिंदुओं का मानना है कि काशी यात्रा करने से उन्हें मोक्ष (जीवन-मरण के चक्र से मुक्ति) की प्राप्ति होती है।
- स्कंद पुराण में महत्व: इस तीर्थयात्रा का महत्व स्कंद पुराण में विस्तार से बताया गया है।
- प्रमुख तीर्थस्थल: काशी को हिंदू साहित्य में एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल के रूप में वर्णित किया गया है। यहाँ स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर, भगवान शिव को समर्पित सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है।
विवाह संस्कार में काशी यात्रा:
काशी यात्रा शब्द का प्रयोग हिंदू विवाह की एक रस्म के लिए भी किया जाता है।
- वैराग्य का नाटक: इस रस्म में, दूल्हा विवाह मंडप से उठकर यह घोषणा करता है कि वह सांसारिक जीवन त्याग कर काशी जाकर तपस्या करना चाहता है। वह अपने साथ चप्पल, छाता, बांस का पंखा, और कुछ अन्य वस्तुएं (जो क्षेत्रीय परंपराओं के अनुसार भिन्न हो सकती हैं) लेकर चल देता है।
- ससुर द्वारा समझाना: दूल्हे के जाने का नाटक करते ही दुल्हन का पिता उसे रोकता है और सांसारिक जीवन का महत्व समझाते हुए वापस आने और अपनी बेटी से विवाह करने के लिए मनाता है।
यह रस्म सांसारिक जीवन और आध्यात्मिक जीवन के बीच संतुलन का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि विवाह एक पवित्र बंधन है और गृहस्थ जीवन भी मोक्ष प्राप्ति का मार्ग हो सकता है।
Kashi Yatra refers to the yatra (pilgrimage) to the city of Kashi (Varanasi) in Hinduism. Regarded to be among the holiest of cities in Hinduism, pilgrims undertake a journey to this city due to the belief that it would allow them to achieve mukti (salvation). The significance of this pilgrimage is explained in the Skanda Purana. Kashi is referred to as an important tirtha in Hindu literature, with the Kashi Vishwanath temple of the city considered to be among the most sacred sites dedicated to the deity Shiva.