
कन्याकुमारी
Kanyakumari
(Town in India)
Summary
कन्याकुमारी : भारत का दक्षिणतम छोर
कन्याकुमारी (जिसका शाब्दिक अर्थ है 'कुंवारी राजकुमारी' जो देवी कन्या कुमारी का उल्लेख करता है), जिसे पहले केप कोमोरिन के नाम से जाना जाता था, भारत के तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी जिले का एक शहर है। यह भारतीय उपमहाद्वीप का दक्षिणतम बिंदु है और मुख्य भूमि भारत का सबसे दक्षिणी शहर है, इस प्रकार इसे "भूमि का अंत" कहा जाता है। यह शहर तिरुवनंतपुरम शहर से 90 किलोमीटर (56 मील) दक्षिण और कन्याकुमारी जिले के मुख्यालय नागरकोइल से लगभग 20 किलोमीटर (12 मील) दक्षिण में स्थित है।
कन्याकुमारी भारत में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल और तीर्थस्थल है। यहाँ के प्रमुख आकर्षणों में इसके अनोखे सूर्योदय और सूर्यास्त बिंदु, 41 मीटर (133 फीट) ऊँची तिरुवल्लुवर प्रतिमा और समुद्र तट से कुछ दूर विवेकानंद रॉक मेमोरियल शामिल हैं। प्रायद्वीपीय भारत के सिरे पर स्थित, यह शहर पश्चिम, दक्षिण और पूर्व में लक्षद्वीप सागर से घिरा हुआ है। इन तीनों ओर फैली इसकी तटरेखा 71.5 किलोमीटर (44.4 मील) लंबी है।
शहर के तट पर देवी कन्या कुमारी (कुंवारी देवी) को समर्पित एक मंदिर है, जिसके नाम पर इस शहर का नाम रखा गया है। संगम काल से ही कन्याकुमारी एक नगर रहा है और इसका उल्लेख पुराने मलयालम साहित्य और टॉलेमी और मार्को पोलो के वृत्तांतों में मिलता है।
अतिरिक्त जानकारी:
- कन्याकुमारी में तीन समुद्रों - बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर का संगम देखने का एक अद्भुत दृश्य दिखाई देता है।
- यहाँ का विवेकानंद रॉक मेमोरियल, स्वामी विवेकानंद को समर्पित है, जिन्होंने यहाँ ध्यान किया था।
- तिरुवल्लुवर प्रतिमा, तमिल कवि और दार्शनिक तिरुवल्लुवर को समर्पित है, और यह दुनिया की सबसे ऊँची मूर्तियों में से एक है।
- कन्याकुमारी मंदिर, देवी पार्वती के कन्या रूप को समर्पित है, और यह एक शक्तिशाली शक्ति पीठ माना जाता है।
- यहाँ का सूर्योदय और सूर्यास्त देखने लायक होता है, और पर्यटक दूर-दूर से इसका आनंद लेने आते हैं।
कुल मिलाकर, कन्याकुमारी अपनी प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक महत्व और ऐतिहासिक विरासत के कारण भारत का एक अनूठा और अविस्मरणीय पर्यटन स्थल है।