
आनंदपुर साहिब
Anandpur Sahib
(City in Punjab, India)
Summary
आनंदपुर साहिब: आनंद का शहर
आनंदपुर साहिब, जिसे आनंदपुर (अर्थ: "आनंद का शहर") भी कहा जाता है, पंजाब राज्य के रूपनगर जिले (रोपड़) में शिवालिक पहाड़ियों के किनारे पर स्थित एक शहर है। सतलुज नदी के पास स्थित यह शहर सिख धर्म के सबसे पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है, क्योंकि यहाँ अंतिम दो सिख गुरु, गुरु तेग बहादुर और गुरु गोबिंद सिंह, रहते थे। यहाँ गुरु गोबिंद सिंह ने 1699 में खालसा पंथ की स्थापना भी की थी। शहर में तख्त श्री केसगढ़ साहिब स्थित है, जो सिख धर्म के पाँच तख्तों में से तीसरा है।
आनंदपुर साहिब सिख धर्म का एक तीर्थ स्थल है। यहाँ हर साल वसंत ऋतु में होला मोहल्ला के दौरान सबसे बड़ा वार्षिक सिख समागम और उत्सव होता है।
विवरण:
- स्थान: रूपनगर जिला (रोपड़), पंजाब, भारत
- नदी: सतलुज नदी
- महत्व: अंतिम दो सिख गुरुओं, गुरु तेग बहादुर और गुरु गोबिंद सिंह का निवास स्थान, खालसा पंथ की स्थापना का स्थान, तख्त श्री केसगढ़ साहिब का घर
- सिख धर्म में महत्व: तीर्थ स्थल, होला मोहल्ला समारोह का आयोजन स्थल
विशिष्टताएँ:
- तख्त श्री केसगढ़ साहिब: सिख धर्म के पाँच तख्तों में से एक
- होला मोहल्ला: वार्षिक सिख समागम और उत्सव, जिसमें शस्त्र कौशल प्रदर्शन, धार्मिक संगीत और नृत्य शामिल होते हैं
- ऐतिहासिक महत्व: गुरु गोबिंद सिंह द्वारा खालसा पंथ की स्थापना
आनंदपुर साहिब सिख धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है, जो अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के कारण हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।