वरुणास्त्र
Varunastra
(A celestial weapon used by warriors in Hindu Mythology)
Summary
वरुणास्त्र: जल का अस्त्र
भारतीय धर्मग्रंथों में वरुणास्त्र (संस्कृत: वरुणास्त्र) को जल का अस्त्र (तूफ़ान) माना जाता है, जिसका निर्माण वरुण देवता ने किया था। वरुण जलमंडल के देवता हैं।
कहा जाता है कि वरुणास्त्र जल की तरह किसी भी हथियार का रूप धारण कर सकता है। इसका उपयोग करने पर, यह बड़ी मात्रा में पानी लाता है जो सैनिकों को बहा ले जाता है। इस अस्त्र का एकमात्र प्रतिरोधक विसोषन अस्त्र है, जिसे इंद्र, देवताओं के राजा, से प्राप्त किया जा सकता है।
भारतीय किंवदंतियों और पुराणों के अनुसार, इस अस्त्र को कई महान योद्धाओं जैसे राम, लक्ष्मण, हनुमान, रावण, मेघनाद, विश्वामित्र, वशिष्ठ, अर्जुन, कर्ण, कृष्ण, सत्यकी, अभिमन्यु, प्रद्युम्न, द्रोण, भीष्म और कई अन्य प्रसिद्ध योद्धाओं ने प्राप्त किया था।
धर्मग्रंथ कहते हैं कि वरुण या शिव की तपस्या करके यह अस्त्र प्राप्त किया जाता था, और इसे बहुत सावधानी और कुशलता से इस्तेमाल करना होता था। किसी भी अनुभवहीन योद्धा के लिए इस अस्त्र का उपयोग संभव नहीं था, क्योंकि अगर थोड़ी सी भी गलती हो जाती तो उपयोगकर्ता स्वयं नष्ट हो सकता था।
भारतीय धर्मग्रंथ और महाकाव्य मंत्रों के सही उपयोग से इस्तेमाल किए जाने वाले हथियारों के बारे में बहुत कुछ बताते हैं। हथियारों का उपयोग निर्धारित तरीके से मंत्रों का जाप करके किया जाता था।