
काल्मिकिया में बौद्ध धर्म
Buddhism in Kalmykia
(Buddhism under the Kalmyk people)
Summary
कल्myk लोग: यूरोप में बौद्ध धर्म के ध्वजवाहक
कल्myk लोग यूरोप के अकेले ऐसे लोग हैं जिनकी मातृभाषा मंगोलियाई है और जो बौद्ध धर्म का पालन करते हैं। 2016 में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार, कल्myk आबादी का 53.4% हिस्सा खुद को बौद्ध मानता है। ये लोग रूस के दक्षिण-पश्चिम में स्थित कल्mykिया गणराज्य में रहते हैं।
कल्mykिया गणराज्य: यह रूस का एक संघीय राज्य है जो दक्षिण में दागेस्तान, दक्षिण-पश्चिम में स्tavropol क्राय, पश्चिम में रोस्तोव ओब्लास्त, उत्तर-पश्चिम में वोल्गोग्राड ओब्लास्त और पूर्व में अस्trakhan ओब्लास्त से घिरा है। इसके दक्षिण-पूर्व में कैस्पियन सागर स्थित है।
कल्myk लोगों का इतिहास: कल्myk लोग ओइरत जनजाति के वंशज हैं जो 17वीं शताब्दी के शुरुआती दौर में यूरोप चले गए थे। तिब्बती बौद्ध धर्म के अनुयायी होने के कारण, कल्myk लोग दलाई लामा को अपना धार्मिक नेता मानते हैं।
कल्myk लोगों के धार्मिक नेता: वर्तमान में, कल्myk लोगों के शाजिन लामा (सर्वोच्च लामा) एर्दने ओम्बाडीकोव हैं। फ़िलाडेल्फ़िया में जन्मे एर्दने ओम्बाडीकोव कल्myk वंश के हैं और उन्हें सात साल की उम्र से ही भारत के एक तिब्बती मठ में बौद्ध भिक्षु के रूप में पाला गया था। 14वें दलाई लामा ने उन्हें बौद्ध संत तेलो रिनपोछे के पुनर्जन्म (तुलकू) के रूप में मान्यता दी थी।
संक्षेप में: कल्myk लोग यूरोप में बौद्ध धर्म का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनकी अनूठी संस्कृति ओइरत परंपराओं और तिब्बती बौद्ध धर्म के मेल से बनी है।