जाति
Jāti
(Group(s) of people organised as a tribe, community, clan, sub-clan or religious sects)
Summary
जाति: भारत के सामाजिक ढाँचे का एक महत्वपूर्ण पहलू
"जाति" शब्द भारतीय उपमहाद्वीप में लोगों के एक समूह को परिभाषित करने के लिए पारंपरिक रूप से उपयोग किया जाता है, जो कि एक जनजाति, समुदाय, कबीले, उप-कबीले या धार्मिक संप्रदाय जैसा होता है। हर जाति आमतौर पर किसी व्यवसाय, भूगोल या जनजाति से जुड़ी होती है। विभिन्न अंतर्धार्मिक विश्वास (जैसे वैष्णववाद, स्मार्तवाद या शैववाद) या भाषाई समूह भी कुछ जातियों को परिभाषित करते हैं। यह शब्द अक्सर अंग्रेजी में "जाति" के रूप में अनुवादित होता है।
जाति के बारे में विस्तार से:
- व्यापक समूह: जाति एक व्यापक समूह है जो कई छोटे समूहों या उप-समूहों में विभाजित होता है। उदाहरण के लिए, "ब्राह्मण" जाति में कई अलग-अलग उप-जातियां होती हैं, प्रत्येक अपनी विशिष्ट परंपराओं और रीति-रिवाजों के साथ।
- व्यवसाय से जुड़ाव: ऐतिहासिक रूप से, जाति का व्यवसाय से गहरा संबंध रहा है। उदाहरण के लिए, कुम्हारों की जाति मिट्टी के बर्तन बनाती थी, लोहारों की जाति लोहे से काम करती थी, और किसानों की जाति खेती करती थी।
- भूगोल से जुड़ाव: कुछ जातियां विशिष्ट क्षेत्रों से जुड़ी होती हैं। उदाहरण के लिए, "मारवाड़ी" जाति राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र से जुड़ी है, और "बंगाली" जाति बंगाल क्षेत्र से जुड़ी है।
- धर्म से जुड़ाव: जाति धार्मिक विश्वासों से भी जुड़ी होती है। उदाहरण के लिए, "हिंदू" धर्म में कई अलग-अलग जातियां हैं, जिनमें से कुछ वैष्णववाद, स्मार्तवाद या शैववाद जैसे विभिन्न अंतर्धार्मिक विश्वासों से संबंधित हैं।
- भाषाई समूह: कुछ जातियों को उनके द्वारा बोली जाने वाली भाषाओं से भी परिभाषित किया जाता है। उदाहरण के लिए, "मराठी" जाति मराठी भाषा बोलने वालों से जुड़ी है।
जाति और भारतीय समाज:
जाति भारतीय समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है और यह कई शताब्दियों से भारतीय जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हालाँकि, जाति व्यवस्था की आलोचना भी की गई है, क्योंकि यह सामाजिक असमानता और भेदभाव का कारण बन सकती है।
जाति व्यवस्था में परिवर्तन:
आज, भारत में जाति व्यवस्था में परिवर्तन आ रहा है। शिक्षा, आर्थिक विकास और सामाजिक सुधार के प्रयासों ने जाति के आधार पर भेदभाव को कम करने में योगदान दिया है। हालाँकि, जाति अभी भी भारतीय समाज में एक जटिल और बहुआयामी मुद्दा है।