
कात्यायन (बौद्ध)
Katyayana (Buddhist)
(Leading disciple of Gautama Buddha)
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कात्यायन: बुद्ध के प्रमुख शिष्य
कात्यायन, जिन्हें महाकात्यायन (संस्कृत) या कच्चायन (पाली) भी कहा जाता है, गौतम बुद्ध के प्रमुख शिष्यों में से एक थे। उन्हें बुद्ध के दस प्रमुख शिष्यों में गिना जाता है और उन्हें बुद्ध के संक्षिप्त कथनों को विस्तार और व्याख्यायित करने में सबसे आगे माना जाता है।
प्रमुख बिंदु:
- नाम: कात्यायन, महाकात्यायन (संस्कृत), कच्चायन, महाकच्चायन (पाली)
- गुरु: गौतम बुद्ध
- महत्व: बुद्ध के दस प्रमुख शिष्यों में से एक
- विशेषता: बुद्ध के संक्षिप्त कथनों का विस्तार और व्याख्या करने में निपुण
थाई बौद्ध धर्म में मान्यता:
थाई बौद्ध धर्म में, कात्यायन को फ्रा संगकाजाई के नाम से जाना जाता है और उन्हें अक्सर मोटे शरीर वाले व्यक्ति के रूप में चित्रित किया जाता है।
अतिरिक्त जानकारी:
- कात्यायन को व्याकरण और भाषा के ज्ञान के लिए भी जाना जाता था।
- ऐसा माना जाता है कि उन्होंने बौद्ध धर्म के विभिन्न पहलुओं पर कई ग्रंथ लिखे थे, हालाँकि इनमें से अधिकांश ग्रंथ अब उपलब्ध नहीं हैं।
- कुछ विद्वानों का मानना है कि पाली व्याकरण का प्रसिद्ध ग्रंथ 'कच्चायन व्याकरण' कात्यायन द्वारा रचित है, हालांकि इस दावे का समर्थन करने के लिए पर्याप्त प्रमाण नहीं हैं।
निष्कर्ष:
कात्यायन, बुद्ध के एक अत्यंत महत्वपूर्ण शिष्य थे जिन्होंने अपने ज्ञान और प्रज्ञा से बौद्ध धर्म के प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
Kātyāyana or Mahākātyāyana was a disciple of Gautama Buddha. He is listed as one of the ten principal disciples and was foremost in expanding on and explaining brief statements of the Buddha.