Simandhar

सीमंधर

Simandhar

(Jain cosmology being)

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Simandhar स्वामी: जैन धर्म में वर्तमान तीर्थंकर

Simandhar स्वामी जैन धर्म के एक तीर्थंकर हैं, जो वर्तमान में एक अन्य लोक (दुनिया) में विराजमान हैं।

विस्तृत विवरण (हिंदी में):

  • तीर्थंकर: जैन धर्म में तीर्थंकर उन महान आत्माओं को कहा जाता है जिन्होंने मोक्ष (मुक्ति) प्राप्त की है और दूसरों को भी मोक्ष का मार्ग दिखाते हैं।
  • Simandhar स्वामी: Simandhar स्वामी वर्तमान अवसर्पिणी काल के अंतिम तीर्थंकर हैं। जैन मान्यता के अनुसार, यह काल पतन का काल होता है और इस काल के अंत में धर्म का लोप हो जाता है।
  • अन्य लोक: जैन ब्रह्मांड विज्ञान के अनुसार, असंख्य लोक (दुनिया) हैं। Simandhar स्वामी महविदेह क्षेत्र के पुष्पोत्तर द्दीप में विराजमान हैं।
  • महत्त्व: Simandhar स्वामी की पूजा जैन धर्म में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। ऐसी मान्यता है कि Simandhar स्वामी के दर्शन मात्र से ही जीव को मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है।

अतिरिक्त जानकारी:

  • जैन धर्म में कुल 24 तीर्थंकर हुए हैं।
  • Simandhar स्वामी का प्रतीक चिन्ह 'मकर' (मगरमच्छ) है।
  • जैन धर्म के अनुयायी Simandhar स्वामी के दर्शन की कामना करते हैं और उनसे मोक्ष का मार्ग दिखाने की प्रार्थना करते हैं।

Simandhar or Simandhara is a Tīrthaṅkara, an arihant, who is said to be currently living in another world in the Jain cosmological universe.



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