
जापान में हिंदू धर्म
Hinduism in Japan
(Overview of the presence, role and impact of Hinduism in Japan)
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जापान में हिंदू धर्म: एक संक्षिप्त विवरण
जापान में हिंदू धर्म एक अल्पसंख्यक धर्म है, जिसका पालन मुख्य रूप से भारत, श्रीलंका और नेपाल के प्रवासी निवासियों द्वारा किया जाता है। 2022 तक, जापान में लगभग 166,550 प्रवासी हिंदू रहते हैं।
हिंदू धर्म का जापान के मूल शिंटो-बौद्ध धर्म में भी एक महत्वपूर्ण प्रभाव है, जिसका जापानी संस्कृति पर गहरा प्रभाव है। बौद्ध धर्म हिंदू धर्म से काफी हद तक संबंधित है और इसकी कई सांस्कृतिक प्रथाएँ बौद्ध धर्म में पाई जाने वाली प्रथाओं के समान हैं।
यहाँ कुछ और विवरण दिए गए हैं:
- जापान में हिंदू धर्म की शुरुआत: जापान में हिंदू धर्म की शुरुआत मुख्य रूप से भारत, श्रीलंका और नेपाल से आए प्रवासियों के कारण हुई।
- हिंदू समुदाय का जीवन: जापानी हिंदू समुदाय अपने धार्मिक रीति-रिवाजों और परंपराओं का पालन करते हुए जापानी समाज में एकीकृत हो गए हैं।
- धार्मिक स्थल: जापान में कई हिंदू मंदिर हैं, जहाँ हिंदू समुदाय पूजा-अर्चना करते हैं और धार्मिक आयोजन करते हैं।
- हिंदू धर्म का सांस्कृतिक प्रभाव: हिंदू धर्म के कुछ तत्वों का जापानी संस्कृति पर प्रभाव पड़ा है, जैसे योग और ध्यान।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि:
- जापान में हिंदू धर्म का पालन करने वालों की संख्या कम है।
- जापानी संस्कृति में हिंदू धर्म का प्रभाव सीमित है, मुख्य रूप से बौद्ध धर्म के प्रभाव से।
अंत में, जापान में हिंदू धर्म का अस्तित्व एक बहु-सांस्कृतिक समाज का उदाहरण है, जहाँ विभिन्न धर्म और संस्कृतियाँ एक साथ मिलकर रहती हैं।
Hinduism is a minority religion in Japan mainly followed by the Indian, Sri Lankan and Nepali expatriate residents of Japan, who number about 166,550 people as of 2022. It's also widely integrated into the native Shinto-Buddhist religion which has had a significant impact of Japanese culture; Buddhism is largely related to Hinduism, and most of its cultural practices are similar to those found in Buddhism.