Koneswaram_Temple

कोनेश्वरम मंदिर

Koneswaram Temple

(Hindu temple in Sri Lanka)

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त्रिंकोमाली का कोणेश्वरम मंदिर: एक विस्तृत विवरण (Detailed Description of Koneswaram Temple, Trincomalee in Hindi)

त्रिंकोमाली का कोणेश्वरम मंदिर, जिसे तमिल में திருக் கோணேச்சரம் கோயில் कहा जाता है, श्रीलंका के पूर्वी प्रांत के त्रिंकोमाली में स्थित एक प्राचीन और मध्ययुगीन हिंदू मंदिर परिसर है। यह त्रिंकोमाली जिला, गोकर्णा खाड़ी और हिंद महासागर के दृश्य प्रस्तुत करने वाले कोनेसर मलाई नामक एक पहाड़ी पर स्थित है। यह श्रीलंका के पांच प्रमुख ईश्वरमों में से सबसे पवित्र माना जाता है।

मंदिर की संरचना और विशेषताएँ:

  • द्रविड़ शैली: मंदिर की वास्तुकला मुख्यतः द्रविड़ शैली में निर्मित है, जिसमें हज़ार स्तंभों वाला हॉल "आयिरम काल मंडपम" और जगती जैसी विशेषताएं शामिल हैं।
  • भव्य निर्माण: इस मंदिर को अपनी भव्य वास्तुकला और कलात्मकता के लिए जाना जाता है। काले ग्रेनाइट से बने विशाल शिवलिंग पर उत्कृष्ट नक्काशी और सोने की परत चढ़े कई गोपुरम (मंदिर के प्रवेश द्वार) इसकी सुंदरता में चार चांद लगाते हैं।
  • देवी-देवताओं का वास: इस परिसर में भद्रकाली, गणेश, विष्णु तिरुमल, सूर्य, रावण, अम्बल-शक्ति, मुरुगन और शिव सहित अनेक देवी-देवताओं के मंदिर हैं।
  • तीर्थयात्रा: श्रद्धालुओं की यात्रा कोनेसर रोड से शुरू होती है और विभिन्न देवी-देवताओं के दर्शन करते हुए पहाड़ी की चोटी पर स्थित शिव मंदिर तक जाती है।

मंदिर का इतिहास और महत्व:

  • प्राचीन जड़ें: कोणेश्वरम मंदिर का इतिहास काफी प्राचीन है। इसे वायु पुराण, कोनेसर कलवेट्टू, तेवरम और कंद पुराण जैसे प्राचीन ग्रंथों में वर्णित किया गया है।
  • दक्षिण कैलाश: इसकी भौगोलिक स्थिति और महत्व के कारण इसे "दक्षिण कैलाश" भी कहा जाता है। यह कुडीरामलाई पश्चिमी तट हिंदू बंदरगाह शहर के ठीक पूर्व में स्थित है और द्वीप पर शिव के पाँच प्राचीन ईश्वरमों में से सबसे पूर्वी मंदिर है।
  • राजकीय संरक्षण: १२वीं शताब्दी में शासन करने वाले सिंहली राजा गजबाहु द्वितीय शिव के परम भक्त थे और उन्होंने इस मंदिर को काफी संरक्षण दिया था।
  • विनाश और पुनर्निर्माण: १७वीं शताब्दी में पुर्तगाली उपनिवेशवादियों ने इस मंदिर को नष्ट कर दिया था। बाद में १९५० के दशक में इसका जीर्णोद्धार किया गया।

आज का कोणेश्वरम मंदिर:

  • पर्यटन और तीर्थयात्रा: आज कोणेश्वरम मंदिर श्रीलंका के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है और यहाँ हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं।
  • स्थानीय समुदाय के लिए महत्वपूर्ण: मंदिर की आय से स्थानीय निवासियों को भोजन और अन्य सेवाएँ प्रदान की जाती हैं।

कोणेश्वरम मंदिर श्रीलंका के समृद्ध हिंदू इतिहास और संस्कृति का प्रतीक है।


Koneswaram Temple of Trincomalee or Thirukonamalai Konesar Temple – The Temple of the Thousand Pillars and Dakshina-Then Kailasam is a classical-medieval Hindu temple complex in Trincomalee, a Hindu religious pilgrimage centre in Eastern Province, Sri Lanka. The most sacred of the Pancha Ishwarams of Sri Lanka, it was built significantly during the ancient period on top of Konesar Malai, a promontory overlooking Trincomalee District, Gokarna bay and the Indian Ocean. The monument contains its main shrine to Shiva in the form Kona-Ishvara, shortened to Konesar.



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