Fashion_in_India

भारत में फैशन

Fashion in India

(Overview of fashion in India)

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भारत का फैशन उद्योग: एक प्राचीन विरासत और आधुनिक विकास

भारत एक ऐसा देश है जहाँ वस्त्र-निर्माण की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है, लेकिन फैशन उद्योग के रूप में इसका विकास अपेक्षाकृत हालिया है। हालांकि 1980 के दशक से पहले भी कुछ डिजाइनर मौजूद थे, लेकिन वास्तविक तेज़ी 1980 के उत्तरार्ध और 1990 के दशक में देखने को मिली। इस विकास के पीछे कई कारण थे, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण था वैश्विक फैशन के बढ़ते प्रभाव और 1990 में भारत की आर्थिक उदारीकरण नीति के कारण आए आर्थिक उछाल।

1980 और 90 के दशक का प्रभाव:

  • वैश्विक फैशन का प्रभाव: टेलीविज़न और अन्य माध्यमों से वैश्विक फैशन ट्रेंड्स का भारत में प्रवेश हुआ जिससे भारतीय डिजाइनरों को नए विचार और तकनीक अपनाने का मौका मिला। विदेशी ब्रांड्स के आगमन ने भी प्रतिस्पर्धा बढ़ाई और भारतीय डिजाइनरों को अपनी क्षमताओं को निखारने के लिए प्रेरित किया।

  • आर्थिक उदारीकरण: 1990 के आर्थिक उदारीकरण ने निजी क्षेत्र को बढ़ावा दिया और विदेशी निवेश को आमंत्रित किया। इससे फैशन उद्योग में निवेश बढ़ा और नए ब्रांड्स और डिजाइन हाउस उभरे। बढ़ती क्रय शक्ति ने भी फैशन के प्रति लोगों की रुचि को बढ़ाया।

  • प्रौद्योगिकी का योगदान: नई तकनीकों और मशीनरी के आगमन से वस्त्र उत्पादन में सुधार हुआ और बड़े पैमाने पर उत्पादन संभव हुआ। इससे फैशन को और अधिक सुलभ और किफायती बनाया गया।

आगे का विकास:

आगे के दशकों में भारतीय फैशन उद्योग ने लगातार प्रगति की। अब भारत में फैशन न केवल एक उद्योग है, बल्कि एक बड़ा संस्कृति का हिस्सा भी है। इसमें विभिन्न प्रकार के वस्त्र, डिजाइन, और शैलियाँ शामिल हैं जो भारत की विविधता को दर्शाती हैं। भारतीय फैशन अब वैश्विक मंच पर भी अपनी पहचान बना रहा है, जिसमें कई भारतीय डिजाइनर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। हालाँकि, चुनौतियाँ भी हैं, जैसे कि स्थिरता, कम मजदूरी, और कड़ी प्रतिस्पर्धा। लेकिन कुल मिलाकर, भारतीय फैशन उद्योग एक रोमांचक और तेज़ी से विकसित हो रहा क्षेत्र है जिसका भविष्य उज्जवल दिखाई देता है।


India is a country with an ancient clothing design tradition, yet an emerging fashion industry. Though a handful of designers existed prior to the 1980s, the late 1980s and the 1990s saw a spurt of growth. This was the result of increasing exposure to global fashion and the economic boom the economic liberalization of the Indian economy in 1990. The following decades firmly established fashion as an industry across India.



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