
कपाल मोचन
Kapal Mochan
(Religious site in Haryana, India)
Summary
कपल मोचन: पापों से मुक्ति का प्राचीन तीर्थ स्थल (हिंदी में विस्तृत विवरण)
कपल मोचन, हरियाणा के यमुनानगर जिले में, यमुनानगर शहर-जगाधरी कस्बे से 17 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में, बिलासपुर मार्ग पर स्थित, हिंदुओं और सिखों दोनों के लिए एक प्राचीन तीर्थ स्थल है। इसे गोपाल मोचन और संसार मोचन के नाम से भी जाना जाता है।
पौराणिक महत्व:
प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, ब्राह्मण हत्या को एक महापाप माना जाता है। कहा जाता है कि जो कोई भी ब्राह्मण हत्या का पाप करता है और यहाँ स्नान करता है, उसके ब्राह्मण हत्या के पाप धुल जाते हैं। यह स्थान पापों से मुक्ति और मोक्ष प्राप्ति का स्थान माना जाता है।
वेद व्यास और बिलासपुर से संबंध:
कपल मोचन के पास, यमुना नगर जिले में बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर से अलग), "व्यास पुरी" के अपभ्रंश से अपना नाम रखता है। यह स्थान महर्षि वेद व्यास का आश्रम हुआ करता था, जहाँ उन्होंने सरस्वती नदी के किनारे महाभारत की रचना की थी। यह सरस्वती नदी, आदि बद्री के पास हिमालय से निकलकर मैदानों में प्रवेश करती है।
हरियाणा का महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल:
कपल मोचन, कुरुक्षेत्र की 48 कोस परिक्रमा और धोसी पहाड़ी के साथ, हरियाणा के सबसे प्राचीन वैदिक धार्मिक स्थलों में से एक है। यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए आस्था और भक्ति का केंद्र है, जहाँ हर साल हजारों लोग आकर अपने पापों से मुक्ति और मोक्ष की कामना करते हैं।