Bhatt_Balh

भट्ट बल्ह

Bhatt Balh

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भट्ट बाल: गुरु अर्जन के दरबार के ब्राह्मण कवि

भट्ट बाल गुरु अर्जन के दरबार में रहने वाले एक ब्राह्मण कवि थे। उनके पाँच भजन "गुरु ग्रंथ साहिब" में शामिल हैं, जो सिखों की पवित्र पुस्तक है।

"गुरु ग्रंथ साहिब" में भट्ट बाल के भजनों को "भट्ट बाल दी वार" के नाम से जाना जाता है। इनमें भगवान की महिमा, जीवन के सत्य और भक्ति का संदेश दिया गया है।

भट्ट बाल के भजन गुरु अर्जन की साहित्यिक प्रतिभा और संगीत के प्रति रुचि को दर्शाते हैं। उनके भजन गुरु अर्जन के समय के धार्मिक वातावरण और सिख धर्म के विकास को समझने में मदद करते हैं।

भट्ट बाल के भजनों में शामिल कुछ प्रमुख विषय:

  • भगवान की महिमा और गुणगान
  • भक्ति मार्ग और ईश्वर प्राप्ति
  • जीवन की अनित्यता और मोह-माया से मुक्ति
  • सदाचरण और नैतिक मूल्यों का महत्व

"भट्ट बाल दी वार" सिख धर्म के साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं और सिख भक्तों द्वारा आज भी पूजे जाते हैं।


Bhatt Balh was Brahmin bard in the court of Guru Arjan, whose five hymns are present in Guru Granth Sahib, the holy book of Sikhs.



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