भट्ट साल्ह
Bhatt Salh
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भट्ट साल्ह : गुरु अर्जन के दरबार के एक सरस्वती ब्राह्मण कवि
भट्ट साल्ह गुरु अर्जन के दरबार में एक सरस्वती ब्राह्मण कवि थे। उनके तीन भजन गुरु ग्रंथ साहिब, सिखों के पवित्र ग्रंथ में शामिल हैं।
विवरण:
- सिख धर्म: भट्ट साल्ह सिख धर्म के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे, क्योंकि उनके भजन गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल होने से सिख धर्म में उनकी कृतियों को स्थायी स्थान मिला।
- सरस्वती ब्राह्मण: भट्ट साल्ह सरस्वती ब्राह्मण थे, जो हिंदू धर्म के एक महत्वपूर्ण ब्राह्मण समुदाय हैं।
- कवि: भट्ट साल्ह एक कवि थे, जिनकी रचनाएँ उनके समय के लोगों को प्रभावित करती थीं।
- गुरु अर्जन के दरबार: गुरु अर्जन, सिख धर्म के पांचवें गुरु थे, जिनके दरबार में भट्ट साल्ह ने सेवा की।
- गुरु ग्रंथ साहिब: गुरु ग्रंथ साहिब सिख धर्म का पवित्र ग्रंथ है, जिसमें भट्ट साल्ह के तीन भजन शामिल हैं, जो उनके धार्मिक और आध्यात्मिक विचारों को दर्शाते हैं।
निष्कर्ष:
भट्ट साल्ह गुरु अर्जन के दरबार में एक सम्मानित कवि थे, जिनकी रचनाएँ गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल होने से सिख धर्म के इतिहास में अमर हो गई हैं। उनके भजन आज भी सिख भक्तों द्वारा गाए जाते हैं और उनकी शिक्षाएँ लाखों लोगों को प्रेरणा देती हैं।
Bhatt Salh was a Sarswat Brahmin bard in the court of Guru Arjan, whose three hymns are present in Guru Granth Sahib, the holy book of Sikhs.