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हरि सिंह नलवा

Hari Singh Nalwa

(General of the Sikh Empire (1791–1837))

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हरि सिंह नलवा: एक महान सिख योद्धा

हरि सिंह नलवा, सिख साम्राज्य की सेना, खालसा फौज के कमांडर-इन-चीफ थे। उनका जन्म 29 अप्रैल, 1791 को हुआ था और 30 अप्रैल, 1837 को उनका निधन हुआ।

नलवा जी को कसर, सियालकोट, अटॉक, मुल्तान, कश्मीर, पेशावर और जमरुद जैसे कई क्षेत्रों पर विजय प्राप्त करने के लिए जाना जाता है। उन्होंने सिख साम्राज्य की सीमा को सिंधु नदी पार करके खैबर दर्रे के मुहाने तक विस्तारित किया। उनके निधन के समय, साम्राज्य की पश्चिमी सीमा जमरुद तक फैली हुई थी।

नलवा जी ने कश्मीर, पेशावर और हज़ारा के गवर्नर के रूप में भी काम किया। उन्होंने सिख साम्राज्य की ओर से कश्मीर और पेशावर में राजस्व संग्रह को आसान बनाने के लिए एक टकसाल स्थापित की।

नलवा जी के कार्यों का विस्तृत विवरण:

  • कसर की विजय: 1807 में, नलवा जी ने कसर पर कब्ज़ा कर लिया, जो कि पंजाब के दक्षिण-पश्चिम में स्थित एक महत्वपूर्ण शहर था। यह विजय सिख साम्राज्य के लिए महत्वपूर्ण थी क्योंकि इससे उन्हें पंजाब के दक्षिण में अपनी सीमा का विस्तार करने में मदद मिली।
  • सियालकोट की विजय: 1809 में, नलवा जी ने सियालकोट पर विजय प्राप्त की। यह विजय सिख साम्राज्य के लिए एक बड़ी सफलता थी, क्योंकि सियालकोट उस समय एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र था।
  • अटॉक की विजय: 1813 में, नलवा जी ने अटॉक पर विजय प्राप्त की। यह विजय सिख साम्राज्य के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम था, क्योंकि अटॉक सिंधु नदी पर एक महत्वपूर्ण किला था।
  • मुल्तान की विजय: 1818 में, नलवा जी ने मुल्तान पर कब्ज़ा कर लिया। यह विजय सिख साम्राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी, क्योंकि मुल्तान उस समय एक समृद्ध शहर था।
  • कश्मीर की विजय: 1819 में, नलवा जी ने कश्मीर पर विजय प्राप्त की। यह विजय सिख साम्राज्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण विजयों में से एक थी, क्योंकि कश्मीर एक सुंदर और समृद्ध क्षेत्र था।
  • पेशावर और जमरुद की विजय: 1823 में, नलवा जी ने पेशावर पर कब्ज़ा कर लिया और जमरुद तक अपनी सीमा का विस्तार किया। यह विजय सिख साम्राज्य को पश्चिम में अफ़गानिस्तान की सीमा तक ले गई।

नलवा जी की विजयों का प्रभाव:

  • सिख साम्राज्य का विस्तार: नलवा जी की विजयों ने सिख साम्राज्य का क्षेत्रफल काफी बढ़ा दिया।
  • सिख साम्राज्य की शक्ति: नलवा जी की विजयों ने सिख साम्राज्य को पंजाब और उसके आसपास के क्षेत्रों में एक प्रमुख शक्ति के रूप में स्थापित किया।
  • सिख साम्राज्य की सुरक्षा: नलवा जी की विजयों ने सिख साम्राज्य को अफ़गानिस्तान और अन्य पश्चिमी शक्तियों से सुरक्षित रखने में मदद की।

हरि सिंह नलवा, सिख इतिहास का एक महान योद्धा थे। उनकी विजयों ने सिख साम्राज्य को एक शक्तिशाली साम्राज्य के रूप में स्थापित किया और सिख लोगों के लिए गौरव का विषय हैं।


Hari Singh Nalwa was Commander-in-chief of the Sikh Khalsa Fauj, the army of the Sikh Empire. He is known for his role in the conquests of Kasur, Sialkot, Attock, Multan, Kashmir, Peshawar and Jamrud. Hari Singh Nalwa was responsible for expanding the frontier of Sikh Empire to beyond the Indus River right up to the mouth of the Khyber Pass. At the time of his death, the western boundary of the Empire was Jamrud.



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