भारत के राष्ट्रीय उद्यानों की सूची
List of national parks of India
(IUCN (International union of conservation of Nature))
Summary
भारत के राष्ट्रीय उद्यान
भारत में राष्ट्रीय उद्यान अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) की श्रेणी II संरक्षित क्षेत्र हैं। भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान 1936 में स्थापित किया गया था, जिसे अब उत्तराखंड में जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान के रूप में जाना जाता है। 1970 में, भारत में केवल पाँच राष्ट्रीय उद्यान थे। 1972 में, भारत ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर को संरक्षण पर निर्भर प्रजातियों के आवासों की सुरक्षा के लिए अधिनियमित किया और वर्तमान में भारत में 106 राष्ट्रीय उद्यान हैं। 1980 के दशक में वन्यजीवों के संरक्षण के लिए और मजबूत कानून लाए गए।
वर्तमान में भारत में 106 राष्ट्रीय उद्यान हैं जिनका कुल क्षेत्रफल 44,402.95 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्रफल का 1.35% है। इसके अतिरिक्त, संरक्षित क्षेत्र नेटवर्क रिपोर्ट में 75 अन्य राष्ट्रीय उद्यानों का प्रस्ताव है जिनका कुल क्षेत्रफल 16,608 वर्ग किमी है। उपरोक्त रिपोर्ट के पूर्ण कार्यान्वयन के बाद पार्कों का नेटवर्क 176 तक पहुँच जाएगा।
विस्तृत जानकारी:
IUCN श्रेणी II: यह दर्शाता है कि ये राष्ट्रीय उद्यान मुख्य रूप से पारिस्थितिकी तंत्र और जैव विविधता के संरक्षण के लिए समर्पित हैं, साथ ही पर्यावरण शिक्षा और अनुसंधान के अवसर भी प्रदान करते हैं।
जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान का महत्व: यह न केवल भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान है, बल्कि बाघ संरक्षण के लिए भी एक अग्रणी स्थान है। इसके स्थापना ने भारत में वन्यजीव संरक्षण के प्रति एक नया दृष्टिकोण स्थापित किया।
1972 का वन्यजीव संरक्षण अधिनियम: इस अधिनियम ने वन्यजीवों और उनके आवासों की सुरक्षा के लिए एक कानूनी ढांचा प्रदान किया, जिससे राष्ट्रीय उद्यानों के प्रबंधन और विस्तार में मदद मिली।
प्रोजेक्ट टाइगर (1973): यह परियोजना भारत में बाघों की घटती आबादी को बचाने के लिए शुरू की गई थी और इसने राष्ट्रीय उद्यानों के महत्व को और रेखांकित किया।
1980 के दशक के कानून: इन कानूनों ने वन्यजीव अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और वन्यजीवों के संरक्षण के लिए और अधिक संसाधनों के आवंटन पर जोर दिया।
प्रस्तावित राष्ट्रीय उद्यान: 75 अतिरिक्त राष्ट्रीय उद्यानों के प्रस्ताव से भारत के वन्यजीव संरक्षण प्रयासों में एक बड़ा विस्तार होगा, जिससे अधिक क्षेत्रों में जैव विविधता की सुरक्षा होगी।
संक्षेप में, भारत के राष्ट्रीय उद्यान देश की जैव विविधता और प्राकृतिक विरासत के संरक्षण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और इनका निरंतर विकास और संरक्षण देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।