Devala

देवाला

Devala

(Hindu sage)

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हिन्दू धर्म में देवल ऋषि

हिन्दू धर्म में देवल एक महान ऋषि थे। उन्हें नारद और व्यास जैसे महान ज्ञानी माना जाता है, और अर्जुन ने भगवद्गीता (10.13) में उनका उल्लेख किया है।

देवंगा पुराण के अनुसार, ऋषि देवल देवंगा समुदाय के पूर्वज थे। "अग्नि मनु" पहला बुनकर था, जिसने सभी के लिए कपड़े बुने। उनके मुक्ति प्राप्त करने के बाद, कपड़ों की मांग बढ़ गई। कहा जाता है कि देवल भगवान शिव की तीसरी आँख या उनके हृदय से प्रकट हुए थे, ताकि दुनिया को कपड़े बनाने और बुनाई सिखा सकें। ऋषि देवल देवंगा समुदाय के पूर्वज हैं।

देवल के बारे में कुछ और जानकारी:

  • देवल ने कई ग्रंथों की रचना की, जिनमें देवल स्मृति और देवल नीति शामिल हैं।
  • उन्हें यज्ञ (हिंदू धार्मिक अनुष्ठान) के विद्वान माना जाता है।
  • उनकी शिक्षाएं धर्म, नीति और ज्ञान से संबंधित हैं।
  • उन्हें देवता के रूप में भी पूजा जाता है, और उनके मंदिर भारत के कई स्थानों पर हैं।

देवंगा समुदाय के बारे में:

  • देवंगा समुदाय भारत में एक महत्वपूर्ण समुदाय है, जो मुख्य रूप से दक्षिण भारत में पाया जाता है।
  • वे परंपरागत रूप से बुनकर होते हैं, और उनके द्वारा बनाए गए कपड़े अपनी गुणवत्ता और कलात्मकता के लिए जाने जाते हैं।
  • वे हिन्दू धर्म का पालन करते हैं, और देवल को अपने पूर्वज के रूप में मानते हैं।

निष्कर्ष:

ऋषि देवल एक महान ज्ञानी, धर्मगुरु और कलाकार थे। उनकी शिक्षाएं और उनकी कला आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं। देवंगा समुदाय उनकी विरासत को संजोकर रखता है, और उनकी कला और संस्कृति को आगे बढ़ाता है।


In Hinduism, Devala was one of the great rishis or sages. He is acknowledged to be a great authority like Narada and Vyasa and is mentioned by Arjuna in Bhagavad Gita (10.13).



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