
नासिक-त्र्यंबकेश्वर सिंहस्थ
Nashik-Trimbakeshwar Simhastha
(Hindu religious mela)
Summary
नाशिक-त्र्यंबकेश्वर सिंहासथा: एक विस्तृत विवरण
नाशिक-त्र्यंबकेश्वर सिंहासथा, भारत के महाराष्ट्र राज्य में नाशिक जिले में हर 12 साल में आयोजित होने वाला एक हिंदू धार्मिक मेला है। इस त्योहार को सिंहासथा या सिंहस्थ के नाम से भी जाना जाता है। यह चार पारंपरिक कुंभ मेला में से एक है, जिसे नाशिक-त्र्यंबक कुंभ मेला या नाशिक कुंभ मेला भी कहा जाता है।
मेले में गोदावरी नदी के तट पर, त्र्यंबकेश्वर शिव मंदिर (त्र्यंबक में) और नाशिक में राम कुंड में स्नान करना शामिल है। 1789 तक, मेला केवल त्र्यंबक में आयोजित होता था, लेकिन वैष्णवों और शैवों के बीच संघर्ष के बाद, मराठा पेशवा ने वैष्णवों को नाशिक शहर में अलग कर दिया।
विशेष विवरण:
- समय: हर 12 साल में।
- स्थान: नाशिक जिला, महाराष्ट्र, भारत।
- महत्व: यह चार प्रमुख कुंभ मेला में से एक है, जो हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
- धार्मिक गतिविधियाँ: गोदावरी नदी में स्नान करना, त्र्यंबकेश्वर शिव मंदिर और राम कुंड में पूजा करना।
- ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: मेला मूल रूप से केवल त्र्यंबक में आयोजित होता था, लेकिन 1789 में वैष्णव और शैव संघर्ष के बाद, पेशवा ने वैष्णवों को नाशिक शहर में अलग कर दिया।
सिंहासथा के दौरान, लाखों श्रद्धालु देश भर से आते हैं और धार्मिक स्नान करते हैं, जो पवित्र माना जाता है। यह एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव है जो नाशिक शहर को जीवंत बनाता है। मेला में कई तरह के कार्यक्रम होते हैं, जिनमें धार्मिक प्रवचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और व्यापार मेले शामिल हैं।