
टोंगलेन
Tonglen
(Meditation practice of Tibetan Buddhism)
Summary
Tonglen: दुसरों के लिए करुणा जगाने का एक बौद्ध अभ्यास
"Tonglen" (तिब्बती: གཏོང་ལེན་) एक तिब्बती शब्द है जिसका अर्थ है "देना और लेना" या "भेजना और प्राप्त करना"। यह तिब्बती बौद्ध धर्म में एक ध्यान अभ्यास को संदर्भित करता है।
Tong का अर्थ है "देना या भेजना" और Len का अर्थ है "प्राप्त करना या लेना"। Tonglen को "स्वयं को दूसरे के साथ बदलना" के रूप में भी जाना जाता है।
यह Lojong में सापेक्ष बोधिचित्त के तहत सातवां सूत्र है। Lojong एक ऐसी बौद्ध शिक्षा है जो हमें बोधिचित्त (सभी प्राणियों के लिए करुणा और प्रबुद्धता की कामना) विकसित करने में मदद करती है।
Tonglen Longchen Nyingthig Ngöndro में एक आकांक्षी बोधिचित्त उपदेश प्रशिक्षण है। Ngöndro एक प्रकार का प्रारंभिक अभ्यास है जो तिब्बती बौद्ध धर्म में किया जाता है।
इस अभ्यास में, हम खुद को और दूसरों को बदलकर दूसरों को अपने समान देखने का प्रयास करते हैं। इस प्रकार, बोधिचित्त को लागू करना देने से शुरू होता है।
Tonglen का अभ्यास कैसे करें:
- श्वास पर ध्यान केंद्रित करें: आरामदायक मुद्रा में बैठें और अपने श्वास पर ध्यान केंद्रित करें।
- दुख को ग्रहण करें: जब आप साँस लेते हैं, तो कल्पना करें कि आप सभी प्राणियों के दुख, दर्द और कष्टों को काले धुएँ के रूप में ग्रहण कर रहे हैं।
- सुख भेजें: जब आप साँस छोड़ते हैं, तो कल्पना करें कि आप सभी प्राणियों को प्रेम, करुणा, आनंद और शांति को सफेद रोशनी के रूप में भेज रहे हैं।
- निरंतर अभ्यास: इस प्रक्रिया को कुछ मिनटों के लिए या जब तक आप सहज महसूस करें, दोहराएं।
Tonglen के लाभ:
- करुणा और प्रेम का विकास
- स्वार्थ और आसक्ति को कम करना
- साहस और उदारता का विकास
- सभी प्राणियों के साथ संबंध की भावना को गहरा करना
Tonglen एक शक्तिशाली अभ्यास है जो हमें अपने दिलों को खोलने और दुनिया में अधिक करुणा और प्रेम लाने में मदद कर सकता है।