
अजहन चाह
Ajahn Chah
(Thai Buddhist monk (1918–1992))
Summary
अजान चा: एक महान बौद्ध भिक्षु (Ajahn Chah: A Great Buddhist Monk)
अजान चा (१७ जून १९१८ - १६ जनवरी १९९२), थाईलैंड के एक महान बौद्ध भिक्षु थे। वे बौद्ध धम्म के एक प्रभावशाली शिक्षक थे और थाई वन परंपरा में दो प्रमुख मठों के संस्थापक थे।
अपने देश में ज्ञानवान व्यक्ति के रूप में सम्मानित और प्रिय, उन्होंने पश्चिमी देशों में थेरवाद बौद्ध धर्म की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पश्चिम में थेरवाद का प्रसार:
१९७९ में यूनाइटेड किंगडम में चित्तविवेक (जिसे आमतौर पर चितहर्स्ट बौद्ध मठ के रूप में जाना जाता है) की स्थापना के साथ, अजान चा की वन परंपरा पूरे यूरोप, संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटिश राष्ट्रमंडल में फैल गई। अजान चा के धम्म वार्ता को रिकॉर्ड किया गया है, लिपिबद्ध किया गया है और कई भाषाओं में अनुवादित किया गया है।
अंतिम यात्रा और विरासत:
जनवरी १९९३ में अजान चा के अंतिम संस्कार में दस लाख से अधिक लोग शामिल हुए, जिनमें थाई शाही परिवार भी शामिल था। यह समारोह उनकी मृत्यु के एक वर्ष बाद आयोजित किया गया था क्योंकि "लाखों लोगों" के आने की उम्मीद थी। उन्होंने अपने पीछे धम्म वार्ता, छात्रों और मठों की एक विरासत छोड़ी।
अजान चा की शिक्षाएँ आज भी दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरित करती हैं।