
ध्यान योग
Mindful Yoga
(Buddhist-style mindfulness practice with yoga as exercise)
Summary
माइंडफुल योग
माइंडफुल योग, जिसे माइंडफुलनेस योग भी कहा जाता है, योग और बौद्ध धर्म से जुड़े माइंडफुलनेस अभ्यास का एक अनूठा मिश्रण है। यह तनाव कम करने का एक प्रभावी तरीका प्रदान करता है और साथ ही ध्यान और व्यायाम दोनों के फायदे भी देता है।
प्राचीन काल से ही बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म, दर्शन और अभ्यास के कई पहलुओं को साझा करते आये हैं। इनमें शामिल हैं:
- माइंडफुलनेस: वर्तमान क्षण में पूरी जागरूकता के साथ, बिना किसी निर्णय के रहना।
- दुख की समझ: वास्तविकता के भ्रामक दृष्टिकोण से उत्पन्न दुख को समझना।
- ध्यान और एकाग्रता: एकाग्र और ध्यानपूर्ण अवस्थाओं का उपयोग करके दुखों का समाधान करना।
1990 में, अमेरिका में जॉन काबट-जिन्न ने तनाव को कम करने के लिए योग और माइंडफुलनेस के मिश्रण का बीड़ा उठाया। तब से, विभिन्न योग और ध्यान शिक्षकों और लेखकों ने अपने-अपने तरीके से इसका प्रचार-प्रसार किया है। इनमें ऐनी कुशमैन, फ्रैंक जूड बोक्शियो, स्टीफन कोप, जेनिस गेट्स, सिंडी ली, फिलिप मोफिट और सारा पॉवर्स जैसे प्रसिद्ध नाम शामिल हैं।
आज, दुनिया भर के बौद्ध ध्यान केंद्रों, योग स्टूडियो और तनाव क्लीनिक में माइंडफुल योग के पाठ्यक्रम प्रदान किए जाते हैं।
माइंडफुल योग के फायदे:
- तनाव में कमी: यह तनाव हार्मोन को कम करने और विश्राम प्रतिक्रिया को बढ़ावा देने में मदद करता है।
- एकाग्रता में सुधार: ध्यान केंद्रित करने और ध्यान भटकाव को कम करने की क्षमता में वृद्धि करता है।
- भावनात्मक विनियमन: यह भावनाओं को बेहतर ढंग से समझने और प्रबंधित करने में मदद करता है।
- शारीरिक स्वास्थ्य: यह लचीलापन, संतुलन और शक्ति को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।
- आत्म-जागरूकता: यह शारीरिक संवेदनाओं, विचारों और भावनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाता है।
माइंडफुल योग, तनाव से राहत, बेहतर मानसिक स्वास्थ्य और समग्र स्वास्थ्य के लिए एक शक्तिशाली अभ्यास है।