
ध्यान सिंह
Dhian Singh
(Wazir of the Sikh Empire (1818–1843))
Summary
राजा धियाँ सिंह: सिख साम्राज्य के धुरंधर वज़ीर
राजा धियाँ सिंह (22 अगस्त 1796 - 15 सितंबर 1843) सिख साम्राज्य के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले वज़ीर थे। उन्होंने महाराजा रणजीत सिंह के शासनकाल के दौरान, और उनके चार उत्तराधिकारियों के शासनकाल में भी, कुल 25 वर्षों तक इस पद पर कार्य किया। 1818 से अपनी मृत्यु तक, वे सिख साम्राज्य के वज़ीर के पद पर रहे।
धियाँ सिंह जम्मू के राजा गुलाब सिंह के भाई थे। गुलाब सिंह बाद में डोगरा वंश के संस्थापक बने, जब उन्होंने ब्रिटिश राज के अंतर्गत जम्मू और कश्मीर की रियासत के महाराजा का पद संभाला। उनके एक और भाई, सुचेत सिंह, ने भी सिख साम्राज्य की सेवा की। तीनों भाइयों को सामूहिक रूप से सिख साम्राज्य में "डोगरा भाई" के रूप में जाना जाता था, जो उनकी जाति से संबंधित था।
यहां धियाँ सिंह के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं:
- लंबी सेवा: धियाँ सिंह ने 25 सालों तक वज़ीर का पद संभाला, जो कि किसी भी अन्य वज़ीर के कार्यकाल से अधिक था।
- रणजीत सिंह का विश्वासपात्र: वे महाराजा रणजीत सिंह के बहुत विश्वासपात्र थे और उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर सेवा की।
- राजनीतिक कुशलता: धियाँ सिंह एक कुशल राजनीतिज्ञ थे, जो सिख साम्राज्य के महत्वपूर्ण फैसलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।
- डोगरा वंश का आधार: धियाँ सिंह और उनके भाई डोगरा वंश के संस्थापक थे, जिसने बाद में जम्मू और कश्मीर पर शासन किया।
धियाँ सिंह सिख साम्राज्य के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। उनकी राजनीतिक कुशलता, रणजीत सिंह के प्रति वफ़ादारी, और उनके भाई गुलाब सिंह के साथ मिलकर काम करने की क्षमता ने सिख साम्राज्य को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।