Tripura_Sundari_Temple

त्रिपुर सुंदरी मंदिर

Tripura Sundari Temple

(Hindu temple in Tripura, India)

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बाला त्रिपुरसुंदरी: श्री विद्या परंपरा की एक महत्वपूर्ण देवी

बाला त्रिपुरसुंदरी (संस्कृत: बालत्रिपुरसुन्दरी, रोमन लिपि में: Bālatripurasundarī), जिन्हें बलंबिका के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू देवी त्रिपुरसुंदरी का एक छोटा रूप और पुत्री मानी जाती हैं। वह तंत्र शास्त्र की श्री विद्या परंपरा की एक महत्वपूर्ण देवी हैं।

उनका विवरण:

  • छोटा रूप: बाला त्रिपुरसुंदरी को त्रिपुरसुंदरी का एक छोटा रूप माना जाता है, जो उनकी शक्ति और दया का प्रतिनिधित्व करती हैं।
  • पुत्री: कुछ ग्रंथों में, उन्हें त्रिपुरसुंदरी की पुत्री के रूप में वर्णित किया गया है, जो उनकी दिव्य शक्ति और प्रेम का प्रतीक है।
  • श्री विद्या की संरक्षक देवी: बाला त्रिपुरसुंदरी श्री विद्या परंपरा की संरक्षक देवी हैं, जो तंत्र शास्त्र की एक शाखा है। यह परंपरा देवी की पूजा और ध्यान के माध्यम से ज्ञान और मुक्ति पाने पर केंद्रित है।

उनकी पूजा:

बाला त्रिपुरसुंदरी की पूजा उनकी शक्ति, दया और प्रेम के लिए की जाती है। उनके भक्त उनकी कृपा से धन, सुख, समृद्धि और मोक्ष प्राप्त करने की कामना करते हैं। उनकी पूजा विधि में मंत्र, ध्यान, यंत्र और हवन शामिल हैं।

अन्य महत्वपूर्ण पहलू:

  • बाला त्रिपुरसुंदरी को "श्री यंत्र" से भी जोड़ा जाता है, जो एक जटिल ज्यामितीय आकृति है जिसका उपयोग उनकी पूजा में किया जाता है।
  • उन्हें कई रूपों में दर्शाया गया है, जिनमें से कुछ में बाल स्वरूप में या त्रिपुरसुंदरी की छोटी आकृति के रूप में दर्शाया गया है।
  • उनकी पूजा विभिन्न तंत्र शास्त्र परंपराओं में की जाती है, जिनमें काश्मीर शैव, शाक्त और श्री विद्या परंपराएं शामिल हैं।

निष्कर्ष:

बाला त्रिपुरसुंदरी देवी श्री विद्या परंपरा में एक महत्वपूर्ण देवी हैं, जो शक्ति, दया, प्रेम और ज्ञान का प्रतीक हैं। उनकी पूजा उनके भक्तों को आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष प्राप्त करने में मदद करने के लिए की जाती है।


Tripura Sundari Temple is a Hindu temple of the Goddess Tripura Sundari, better known locally as Devi Tripureshwari the third mahavidya & main form of Parvati. The temple is situated in the ancient city of Udaipur, about 55 km from Agartala, Tripura and can be reached by train and road from Agartala. It is believed to be one of the holiest Hindu shrines in this part of the country and witnesses the highest number of visitors for a temple in North-East India, after Kamakhya Temple in Assam. The state of Tripura is named after this temple. Popularly known as Matabari, the shrine is set upon a small hillock that resembles the hump of a tortoise (Kurma). This shape called Kurmapṛṣṭhākṛti is considered the holiest possible site for a Shakti temple, hence also bestowing the name of Kurma Pīṭha. The Goddess is served by traditional Brahmin priests.



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