मृकण्डा
Mrikanda
(Father of Markandeya in Hinduism)
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मृकण्ड ऋषि: हिन्दू पौराणिक कथाओं में एक महान ऋषि
मृकण्ड (संस्कृत: मृकण्ड, रोमनकृत: Mṛkaṇḍa) हिन्दू पौराणिक कथाओं में एक प्रसिद्ध ऋषि हैं।
- पत्नी: मृकण्ड की पत्नी का नाम मानस्विनी था।
- पुत्र: मृकण्ड और मानस्विनी के पुत्र का नाम मार्कण्डेय था।
मृकण्ड ऋषि एक महान तपस्वी और ज्ञानी थे। उन्होंने कठोर तपस्या करके भगवान शिव की कृपा प्राप्त की थी। उनके पुत्र मार्कण्डेय भी एक प्रसिद्ध ऋषि और महात्मा थे।
मृकण्ड और मार्कण्डेय की कहानी हिन्दू धर्म ग्रंथों में कई बार वर्णित है। इनकी कहानियों में जीवन, मृत्यु, मोक्ष और भक्ति के विषयों पर प्रकाश डाला गया है।
मृकण्ड ऋषि की कुछ प्रसिद्ध कहानियां:
- मृकण्ड ऋषि की तपस्या: मृकण्ड ऋषि ने कई वर्षों तक कठोर तपस्या की और भगवान शिव को प्रसन्न किया।
- मार्कण्डेय का अकाल मृत्यु: मार्कण्डेय के जन्म के समय, ग्रहों की स्थिति ऐसी थी कि उसकी अकाल मृत्यु निश्चित थी।
- भगवान शिव की कृपा: जब मार्कण्डेय की मृत्यु का समय आया, तो भगवान शिव ने अपनी कृपा से उसे जीवनदान दिया।
- मार्कण्डेय पुराण: मार्कण्डेय ने भगवान शिव से कई ज्ञान प्राप्त किए, जिनको उन्होंने मार्कण्डेय पुराण में लिखा।
मृकण्ड ऋषि की कहानी हिन्दू धर्म में आस्था और भक्ति के महत्व को दर्शाती है। उनकी कहानियाँ हमेशा से लोगों को प्रेरित करती आई हैं और भगवान के प्रति विश्वास और आत्म-समर्पण का संदेश देती हैं।
Mrikanda is a sage in Hindu mythology. He is the husband of Manasvini and the father of Markandeya.