
त्रिवेणी संगम
Triveni Sangam
(Junction of three rivers in India)
Summary
त्रिवेणी संगम: जहाँ तीन पवित्र नदियाँ मिलती हैं
हिंदू धर्म में, त्रिवेणी संगम तीन नदियों के मिलन स्थल को कहते हैं। "संगम" संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है "मिलन"। यह स्थान बहुत पवित्र माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यहाँ स्नान करने से व्यक्ति के सारे पाप धुल जाते हैं और उसे पुनर्जन्म के चक्र से मुक्ति मिल जाती है।
थोड़ा और विस्तार से:
त्रिवेणी संगम का महत्व सिर्फ तीन नदियों के मिलन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह तीन महत्वपूर्ण नदियों का संगम होता है जो आध्यात्मिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। यहाँ स्नान करना एक पवित्र अनुष्ठान माना जाता है और यह माना जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
कुछ प्रसिद्ध त्रिवेणी संगम:
- प्रयागराज (इलाहाबाद) में गंगा, यमुना और सरस्वती (अदृश्य) नदियों का संगम। यह भारत का सबसे प्रसिद्ध त्रिवेणी संगम है और यहाँ हर 12 साल में कुंभ मेला लगता है जो दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है।
- रुद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का संगम।
- देवप्रयाग में भागीरथी और अलकनंदा नदियों का संगम।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि "त्रिवेणी संगम" सिर्फ एक भौगोलिक स्थान नहीं है, बल्कि यह आस्था और पवित्रता का प्रतीक है जो सदियों से हिंदू धर्म का अभिन्न अंग रहा है।