भगत परमानंद
Bhagat Parmanand
(Saint-poet)
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भगत परमानंद: एक वैष्णव रहस्यवादी और संत-कवि
भगत परमानंद (उच्चारण: [bʱæɡæt paɾmaːnũnd]) एक वैष्णव रहस्यवादी और संत-कवि थे, जिनकी एक भजन गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल है।
विवरण:
- वैष्णव रहस्यवादी: परमानंद भगवान विष्णु के भक्त थे और उन्होंने उनकी भक्ति में जीवन बिताया।
- संत-कवि: वे एक महान कवि भी थे और उनकी रचनाओं में भक्ति और प्रेम की गहरी भावना झलकती है।
- गुरु ग्रंथ साहिब: परमानंद का एक भजन गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल है, जो सिख धर्म का पवित्र ग्रंथ है। यह दर्शाता है कि उनके विचारों और रचनाओं का प्रभाव अन्य धर्मों पर भी था।
विशेष जानकारी:
- परमानंद का जीवनकाल 15वीं शताब्दी माना जाता है।
- उनके जीवन के बारे में बहुत सी जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन उनकी रचनाएँ उनकी आध्यात्मिक गहराई और भक्ति का प्रमाण हैं।
- परमानंद की रचनाएँ वैष्णव धर्म और भक्ति आंदोलन के अध्ययन में महत्वपूर्ण हैं।
निष्कर्ष:
भगत परमानंद एक महत्वपूर्ण वैष्णव संत-कवि थे, जिनका जीवन और रचनाएँ धर्म, आध्यात्मिकता और कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं।
Bhagat Parmanand
(pronunciation: ) was a Vaishnava mystic and saint-poet, one of whose hymns is included in the Guru Granth Sahib.