Jarnail_Ghaus_Khan

जरनैल गौस खान

Jarnail Ghaus Khan

(Jarnail of Sarkar e Khalsa)

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मियां ग़ौस खान: एक सिख साम्राज्य के वफादार सेवक

मियां ग़ौस खान, जिन्हें मियां ग़ौसा के नाम से भी जाना जाता था, एक पंजाबी मुस्लिम थे जो अराइन वंश से ताल्लुक रखते थे। वो सुकरचकिया मिसल के सरदार महा सिंह के तोपखाने में एक अफ़सर थे।

महा सिंह की मौत के बाद, ग़ौस खान उनके बेटे, रणजीत सिंह, जो बाद में सिख साम्राज्य के संस्थापक बने, की सेवा में लग गए। ग़ौस खान के बेटे, सुल्तान महमूद खान (जिनकी मौत 1859 में हुई) और पोते, सुल्तान अहमद अली खान, भी सिख खालसा सेना में सेवा करते थे।

अधिक जानकारी:

  • अराइन वंश: अराइन पंजाब और उत्तर भारत में रहने वाला एक मुस्लिम समुदाय है जो पहले किसान और व्यापारी थे।
  • सुकरचकिया मिसल: सुकरचकिया मिसल 18वीं सदी में पंजाब के 12 महत्वपूर्ण सिख मिसलों में से एक थी। महा सिंह ने इस मिसल को काफी ताकतवर बनाया और बाद में रणजीत सिंह ने इसके आधार पर सिख साम्राज्य की नींव रखी।
  • तोपखाना: तोपखाना एक सैनिक बल का वो हिस्सा होता है जो तोपों और दूसरे बड़े हथियारों का उपयोग करता है।
  • सिख खालसा सेना: सिख खालसा सेना सिखों की एक सैनिक शक्ति थी जिसे गुरु गोबिंद सिंह ने 1699 में बनाया था। ये सेना बाद में रणजीत सिंह के नेतृत्व में एक शक्तिशाली सैनिक बल बन गई और सिख साम्राज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

निष्कर्ष:

मियां ग़ौस खान एक कुशल सैनिक थे जिन्होंने सुकरचकिया मिसल और बाद में सिख साम्राज्य की सेवा की। उनके बेटे और पोते भी सिख सेना में शामिल रहे, जो दर्शाता है कि ग़ौस खान का परिवार सिख साम्राज्य के साथ दृढ़ता से जुड़ा हुआ था।


Mian Ghaus Khan, also known as Mian Ghausa, was a Punjabi Muslim of Arain descent who served as an artillery officer of the Sukerchakia Misl under Sardar Maha Singh. After Maha Singh's death, Ghaus Khan served his son, Ranjit Singh, the founder of the Sikh Empire. Ghaus Khan's son, Sultan Mahmud Khan and grandson, Sultan Ahmad Ali Khan, too served in the Sikh Khalsa Army.



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