Suryastra

सूर्यास्त्र

Suryastra

(A celestial weapon used by warriors in Hindu Epics)

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सूर्य अस्त्र: एक विस्तृत विवरण (हिंदी में)

सूर्य अस्त्र हिन्दू महाकाव्यों में वर्णित एक प्रमुख अस्त्र है। यह सूर्य देवता का अस्त्र माना जाता है। इस अस्त्र के प्रयोग से तेजस्वी ऊर्जा उत्पन्न होती है जो अंधकार को नष्ट कर देती है, आकाश को प्रकाशित करती है और जल स्रोतों को सुखा देती है।

रामायण, महाभारत और पुराणों में इस अस्त्र का प्रयोग कई योद्धाओं द्वारा किया गया है, जिनमें प्रमुख हैं:

  • भगवान राम: रामायण में, भगवान राम ने इस अस्त्र का प्रयोग रावण के भाई अहिरावण को मारने के लिए किया था।
  • रावण: रावण ने भी इस अस्त्र का प्रयोग राम और उनकी सेना के खिलाफ किया था, लेकिन भगवान राम ने अपने बाणों से इस अस्त्र के प्रभाव को कम कर दिया था।
  • कर्ण: महाभारत के युद्ध में, कर्ण ने अर्जुन के खिलाफ इस अस्त्र का प्रयोग किया था, लेकिन भगवान कृष्ण ने अपने रथ को सूर्य अस्त्र के प्रहार से बचा लिया था।
  • अतिकाय: रामायण में, रावण का पुत्र अतिकाय भी इस अस्त्र का प्रयोग करता था।

सूर्य अस्त्र की विशेषताएँ:

  • तेजस्वी ऊर्जा: यह अस्त्र तेजस्वी ऊर्जा उत्पन्न करता है जो अंधकार को दूर भगाता है।
  • विनाशकारी शक्ति: यह अस्त्र अत्यंत विनाशकारी होता है और इसका प्रयोग केवल अत्यंत सावधानी और आवश्यकता पड़ने पर ही किया जाना चाहिए।
  • जल को सुखाने की क्षमता: यह अस्त्र जल स्रोतों को सुखाने की क्षमता रखता है।

महत्व:

सूर्य अस्त्र हिन्दू धर्म में सूर्य देवता की शक्ति और सामर्थ्य का प्रतीक है। यह अस्त्र धार्मिक ग्रंथों में न्याय, सत्य और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक भी माना जाता है।


Suryastra is one of the prominent astras in Hindu epics. It is the weapon of the Hindu deity Surya. It creates bright energy which destroys darkness, illuminates the sky and dries up water bodies. It was used by multiple warriors including Rama, Ravana, Karna, Atikaya etc. in Ramayana, Mahabharata and the Puranas.



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