
कामाक्षा
Kamaksha
(Hindu temple in Himachal Pradesh, India)
Summary
देवी कामाख्या: शक्ति का प्रतीक
भारत में 51 शक्तिपीठ विद्यमान हैं, जहाँ माँ सती के शरीर के विभिन्न अंग गिरे थे। इनमें से एक प्रमुख शक्तिपीठ है माँ कामाख्या का मंदिर गुवाहाटी, असम में, जहाँ माँ सती का योनि भाग गिरा था। माँ कामाख्या के अनेक मंदिर देशभर में स्थित हैं, जिनकी अपनी-अपनी मान्यताएँ और चमत्कार हैं।
मंडी ज़िले के सुंदरनगर के प्रसिद्ध गाँव जयदेवी में भी माँ कामाख्या का एक प्राचीन और महत्वपूर्ण मंदिर स्थित है, जो अपनी आस्था और चमत्कारों के लिए दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। "कामाख्या" शब्द का अर्थ है - "वह देवी जो सभी प्रकार की इच्छाओं की पूर्ति करती है"।
भारत में देवी को अनेक नामों से जाना जाता है, जिनमें से तीन प्रमुख हैं:
कामाख्या (Kamakhya): माँ का मुख्य मंदिर गुवाहाटी, असम में स्थित है, जहाँ उन्हें कामाख्या के नाम से जाना जाता है। यह शक्तिपीठ अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। यहाँ अम्बुबाची मेला भी बहुत प्रसिद्ध है।
कामाक्षी (Kamakshi): दक्षिण भारत में देवी को कामाक्षी के नाम से पुकारा जाता है। यहाँ भी उनके कई प्राचीन और महत्वपूर्ण मंदिर स्थित हैं।
कामाक्षा (Kamaksha): उत्तर भारत में देवी को कामाक्षा के नाम से जाना जाता है, जैसे कि मंडी ज़िले के सुंदरनगर के जयदेवी गाँव में स्थित मंदिर।
देवी कामाख्या को महिषासुरमर्दिनी का अवतार माना जाता है, जो देवी काली का ही एक रूप है। उनकी कृपा से भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। इन सभी मंदिरों में भक्तों की अटूट आस्था और श्रद्धा देखने को मिलती है।