Lomasha

लोमाशा

Lomasha

(Sage in Hinduism)

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लोमश ऋषि: महाभारत के कथावाचक

लोमश (संस्कृत: लोमश) एक महान ऋषि थे जिनका उल्लेख हिन्दू ग्रंथों में मिलता है। वे महाभारत में प्रमुखता से दिखाई देते हैं, जहाँ वे पांडवों के वनवास के दौरान उन्हें कई कथाएँ सुनाते हैं।

लोमश ऋषि का महत्व:

  • महाभारत के कथाकार: लोमश ऋषि महाभारत में एक महत्वपूर्ण कथावाचक के रूप में दिखाई देते हैं। वे पांडवों के वनवास के दौरान उनके पास आते हैं और उन्हें धार्मिक और नैतिक कहानियाँ सुनाते हैं।
  • ज्ञान और धर्म के प्रतीक: लोमश ऋषि को ज्ञान, तपस्या और धार्मिकता के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। उनकी कथाएँ पांडवों को नैतिक दुविधाओं से जूझने और धर्म के मार्ग पर चलने में मदद करती हैं।
  • कई पुराणों और उपनिषदों में उल्लेख: लोमश ऋषि का उल्लेख महाभारत के अलावा अन्य हिन्दू ग्रंथों जैसे पुराणों और उपनिषदों में भी मिलता है, जो उनकी महत्ता को दर्शाता है।

लोमश ऋषि द्वारा सुनाई गई कुछ प्रसिद्ध कथाएँ:

  • श्री राम की कथा: लोमश ऋषि ने पांडवों को भगवान राम के जीवन और उनके आदर्शों के बारे में विस्तार से बताया।
  • नहुष की कथा: लोमश ऋषि ने नहुष नामक एक अभिमानी राजा की कहानी सुनाई, जो अपने पापों के कारण सर्प योनि में जन्म लेता है।
  • ययाति की कथा: लोमश ऋषि ने राजा ययाति की कहानी सुनाई, जिन्होंने अपनी जवानी और बुढ़ापे का आदान-प्रदान किया था।

लोमश ऋषि एक महत्वपूर्ण पौराणिक चरित्र हैं जो भारतीय संस्कृति में ज्ञान और धर्म का प्रतीक हैं। उनकी कहानियाँ आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं और जीवन के महत्वपूर्ण सबक सिखाती हैं।


Lomasha is a sage featured in Hindu texts. He is most prominently featured in the Mahabharata, where he narrates a number of legends to the Pandavas during their period of exile in the forest.



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