
ओम मणि पद्मे हूम
Om mani padme hum
(Buddhist mantra)
Summary
ॐ मणि पद्मे हूँ: एक विस्तृत विवरण (in Hindi)
"ॐ मणि पद्मे हूँ" छः अक्षरों वाला एक पवित्र मंत्र है जो विशेष रूप से करुणा के बोधिसत्व, चार भुजाओं वाले शदक्षरी अवलोकितेश्वर से जुड़ा हुआ है। यह मंत्र पहली बार महायान बौद्ध धर्म के ग्रंथ "कारण्डव्यूहसूत्र" में प्रकट हुआ था, जहाँ इसे "षडक्षर" और "परमहृदय" अर्थात अवलोकितेश्वर के "अंतरतम हृदय" के रूप में भी जाना जाता है। इस ग्रंथ में, मंत्र को सभी बौद्ध शिक्षाओं का संक्षिप्त रूप माना गया है।
इस मंत्र के शब्दों के सटीक अर्थ और महत्व पर बौद्ध विद्वानों द्वारा बहुत चर्चा की जाती रही है। इसका शाब्दिक अर्थ "कमल में रत्न की स्तुति" या "रत्न-कमल में मैं" जैसी घोषणात्मक आकांक्षा के रूप में व्यक्त किया गया है। "पद्म" संस्कृत में भारतीय कमल (नेलुम्बो न्यूसीफेरा) का नाम है और "मणि" का अर्थ "रत्न" है, जो बौद्ध धर्म में व्यापक रूप से वर्णित एक प्रकार के आध्यात्मिक रत्न को दर्शाता है। पहला शब्द, "ॐ", विभिन्न भारतीय धर्मों में एक पवित्र शब्दांश है, और "हूँ" आत्मज्ञान की भावना का प्रतिनिधित्व करता है।
तिब्बती बौद्ध धर्म में, यह सबसे सर्वव्यापी मंत्र है और इसका जाप धार्मिक अभ्यास का एक लोकप्रिय रूप है, जिसे आम लोग और भिक्षु समान रूप से करते हैं। यह परिदृश्य की एक सदा-वर्तमान विशेषता भी है, जिसे आमतौर पर चट्टानों पर उकेरा जाता है, जिन्हें मणि पत्थरों के रूप में जाना जाता है, पहाड़ियों के किनारों पर चित्रित किया जाता है, या इसे प्रार्थना ध्वजों और प्रार्थना पहियों पर लिखा जाता है।
११वीं शताब्दी के दौरान चीनी बौद्धों और तिब्बतियों और मंगोलों के बीच बढ़ती बातचीत के कारण, यह मंत्र चीनी बौद्ध धर्म में भी प्रवेश कर गया। इस मंत्र को चीनी ताओ धर्म में भी अपनाया गया है।
कुछ अतिरिक्त जानकारियाँ:
- मंत्र का जाप मन को शांत करने, एकाग्रता बढ़ाने और करुणा, प्रेम और ज्ञान जैसे सकारात्मक गुणों को विकसित करने में मदद करता है।
- माना जाता है कि इस मंत्र का निरंतर जाप व्यक्ति को पुनर्जन्म के चक्र से मुक्ति दिलाता है और निर्वाण की प्राप्ति में सहायता करता है।
- मंत्र के प्रत्येक शब्दांश का एक विशिष्ट रंग, दिशा, तत्व और बोधिसत्व से संबंध है।
"ॐ मणि पद्मे हूँ" मंत्र बौद्ध धर्म की गहनता और सुंदरता का प्रतीक है, जो करुणा, ज्ञान और आध्यात्मिक मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करता है।