
वैष्णव
Vaishnavism
(Major Hindu tradition that reveres Vishnu as the Supreme Being)
Summary
वैष्णव धर्म: एक विस्तृत व्याख्या
वैष्णव धर्म (संस्कृत: वैष्णवसम्प्रदायः) हिंदू धर्म के प्रमुख सम्प्रदायों में से एक है, जो शैव, शाक्त और स्मार्त सम्प्रदायों के साथ-साथ प्रचलित है। इसे विष्णुवाद भी कहा जाता है क्योंकि यह विष्णु को ही एकमात्र सर्वोच्च ईश्वर मानता है जो अन्य सभी हिंदू देवी-देवताओं का नेतृत्व करते हैं, अर्थात महाविष्णु। इसके अनुयायियों को वैष्णव या वैष्णव (IAST: Vaiṣṇava) कहा जाता है, और इसमें कृष्णवाद और रामवाद जैसे उप-सम्प्रदाय शामिल हैं, जो क्रमशः कृष्ण और राम को सर्वोच्च ईश्वर मानते हैं।
जॉनसन और ग्रिम द्वारा 2010 के एक अनुमान के अनुसार, वैष्णव धर्म सबसे बड़ा हिंदू सम्प्रदाय है, जिसमें लगभग 641 मिलियन या 67.6% हिंदू शामिल हैं।
उत्पत्ति और विकास:
वैष्णव धर्म का प्राचीन उद्भव स्पष्ट नहीं है, और व्यापक रूप से यह अनुमान लगाया जाता है कि यह विष्णु की पूजा के साथ विभिन्न क्षेत्रीय गैर-वैदिक धर्मों का एक संलयन है। इसे कई लोकप्रिय गैर-वैदिक आस्तिक परंपराओं का विलय माना जाता है, विशेष रूप से 7वीं से चौथी शताब्दी ईसा पूर्व में विकसित वासुदेव-कृष्ण और गोपाल-कृष्ण के भागवत संप्रदाय, साथ ही नारायण। इसे पहली शताब्दी ईस्वी में वैदिक देवता विष्णु के साथ एकीकृत किया गया था, और वैष्णव धर्म के रूप में अंतिम रूप दिया गया था, जब इसने अवतार सिद्धांत विकसित किया था, जिसमें विभिन्न गैर-वैदिक देवताओं को सर्वोच्च भगवान विष्णु के अलग-अलग अवतारों के रूप में सम्मानित किया जाता है। राम, कृष्ण, नारायण, कल्कि, हरि, विट्ठल, वेंकटेश्वर, श्रीनाथजी और जगन्नाथ लोकप्रिय अवतारों के नामों में से हैं जिन्हें एक ही सर्वोच्च सत्ता के विभिन्न पहलुओं के रूप में देखा जाता है।
भक्ति आंदोलन:
वैष्णव परंपरा विष्णु के अवतार (अक्सर कृष्ण) के प्रति प्रेमपूर्ण भक्ति के लिए जानी जाती है, और इस तरह दूसरी सहस्राब्दी ईस्वी में भारतीय उपमहाद्वीप में भक्ति आंदोलन के प्रसार की कुंजी थी।
वेदांत संप्रदाय:
इसमें असंख्य संप्रदायों (सम्प्रदाय) के चार वेदांत-संप्रदाय हैं: रामानुज का मध्ययुगीन-युग विशिष्टाद्वैत संप्रदाय, माधवाचार्य का द्वैत संप्रदाय, निम्बार्काचार्य का द्वैताद्वैत संप्रदाय, और वल्लभाचार्य का शुद्धाद्वैत। कई अन्य विष्णु-परंपराएं भी हैं। रामानंद (14वीं शताब्दी) ने राम-उन्मुख आंदोलन का निर्माण किया, जो अब एशिया का सबसे बड़ा मठवासी समूह है।
प्रमुख ग्रंथ:
वैष्णव धर्म के प्रमुख ग्रंथों में वेद, उपनिषद, भगवद् गीता, पंचरात्र (आगम) ग्रंथ, नालायिरा दिव्य प्रबंधम और भागवत पुराण शामिल हैं।