
शीतलानाथ
Shitalanatha
(10th Tirthankara in Jainism)
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शितलनाथ: दसवां तीर्थंकर
जैन धर्म के अनुसार, शितलनाथ वर्तमान काल के दसवें तीर्थंकर थे। जैन मान्यता के अनुसार, वे एक सिद्ध हो गए, अर्थात् एक मुक्त आत्मा जिसने अपने सभी कर्मों का नाश कर दिया है।
जैन मान्यता है कि शितलनाथ का जन्म इक्ष्वाकु वंश के राजा द्रध्रथ और रानी नंदा के घर भद्दिलपुर में हुआ था। उनका जन्म भारतीय राष्ट्रीय कैलेंडर के अनुसार माघ कृष्ण मास के बारहवें दिन हुआ था।
शितलनाथ को स्वास्तिक (दिगंबर) / श्रीवत्स (श्वेतांबर) प्रतीक, पिलुरीखा वृक्ष, ब्रह्मा यक्ष और मानवी (दिगंबर) & अशोक (श्वेतांबर) यक्षिनी से जोड़ा जाता है।
विवरण:
- तीर्थंकर: जैन धर्म में तीर्थंकर वे महात्मा होते हैं जिन्होंने मोक्ष प्राप्त किया है और दूसरों को मोक्ष के मार्ग पर चलने का मार्ग दिखाते हैं। शितलनाथ दसवें तीर्थंकर थे।
- सिद्ध: एक सिद्ध वह आत्मा होती है जिसने अपने सभी कर्मों का नाश कर दिया है और मोक्ष प्राप्त कर लिया है। शितलनाथ भी एक सिद्ध थे।
- इक्ष्वाकु वंश: इक्ष्वाकु वंश एक प्रसिद्ध राजवंश था जिसका उल्लेख हिंदू धर्म ग्रंथों में मिलता है।
- भद्दिलपुर: यह स्थान आज के समय में पाकिस्तान में स्थित है।
- माघ कृष्ण मास: यह हिंदू कैलेंडर का एक महीना है।
- स्वास्तिक/श्रीवत्स: यह शितलनाथ का प्रतीक है, जो कि जैन धर्म में महत्वपूर्ण माना जाता है।
- पिलुरीखा वृक्ष: यह एक विशेष प्रकार का वृक्ष है जिसका शितलनाथ से संबंध है।
- ब्रह्मा यक्ष: यह एक देवता है जिसे शितलनाथ का रक्षक माना जाता है।
- मानवी/अशोक यक्षिनी: यह शितलनाथ की यक्षिनी है, जो उनकी रक्षा और सहायता करती है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जैन धर्म के अलग-अलग संप्रदायों में कुछ अंतर हैं, और शितलनाथ से संबंधित जानकारी में भी थोड़ा अंतर हो सकता है।
Shitalanatha was the tenth tirthankara of the present age according to Jainism. According to Jain beliefs, he became a siddha, a liberated soul which has destroyed all of its karma. Jains believe Shitalanatha was born to King Dradhrath and Queen Nanda at Bhaddilpur into the Ikshvaku dynasty. His birth date was the twelfth day of the Magha Krishna month of the Indian national calendar. Shitalanatha is associated with Svastika (Dig.)/ Srivatasa (Svet.) emblem, Pilurikha tree, Brahma Yaksha and Manavi (Dig.) & Ashoka (Svet.) Yakshi.