Naminatha

नमिनाथ

Naminatha

(21st Jain Tirthankara)

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नमिनाथ: २१वाँ तीर्थंकर

नमिनाथ वर्तमान अर्धकालिक चक्र, अवसर्पिणी के २१वें तीर्थंकर थे। उनका जन्म इक्ष्वाकु वंश के राजा विजय और रानी विप्रा के घर हुआ था। उस समय राजा विजय मिथिला के शासक थे।

नमिनाथ का जीवनकाल १०,००० वर्षों का था। जब नमिनाथ अपनी माँ के गर्भ में थे, तब मिथिला पर शक्तिशाली राजाओं के एक समूह ने हमला कर दिया था। नमिनाथ की आभा ने सभी राजाओं को राजा विजय के सामने समर्पण करने के लिए मजबूर कर दिया।

अधिक जानकारी:

  • वंश: इक्ष्वाकु वंश
  • जन्मस्थान: मिथिला
  • माता-पिता: राजा विजय और रानी विप्रा
  • जीवनकाल: १०,००० वर्ष
  • अद्भुत घटना: नमिनाथ के गर्भ में होने के दौरान उनके आभा ने आक्रमणकारी राजाओं को समर्पण करने के लिए मजबूर किया।

नमिनाथ जैन धर्म में बहुत सम्मानित हैं और उनके जीवन और शिक्षाओं का पालन आज भी लाखों लोग करते हैं।


Naminatha was the twenty-first tirthankara of the present half time cycle, Avsarpini. He was born to the King Vijaya and Queen Vipra of the Ikshvaku dynasty. King Vijaya was the ruler of Mithila at that time. Naminatha lived for 10,000 years. When Naminatha was in his mother's womb, Mithila was attacked by a group of powerful kings. The aura of Naminatha forced all the kings to surrender to King Vijaya.



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