कप्पिया
Kappiya
(In Southeast Asian Buddhism, a boy who lives in a temple and assists the monks)
Summary
कप्पिया: बौद्ध मठ में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति
"कप्पिया" एक पाली शब्द है जो बौद्ध धर्म में एक खास तरह के व्यक्ति को दर्शाता है। यह एक आम आदमी होता है जो मठ (विहार) में रहता है और भिक्षुओं (पाली में भिक्खु) की सेवा करता है। कप्पिया को हिंदी में "मठसेवक" या "मठरक्षक" भी कहा जा सकता है।
कप्पिया के कर्तव्य:
- भिक्षुओं की दैनिक आवश्यकताओं का ध्यान रखना: कप्पिया भिक्षुओं के लिए भोजन, वस्त्र, औषधि और अन्य आवश्यक वस्तुओं का प्रबंध करता है।
- मठ की देखभाल: कप्पिया मठ की साफ-सफाई, मरम्मत और रखरखाव का ध्यान रखता है।
- भिक्षुओं की सुरक्षा: कप्पिया मठ और भिक्षुओं की सुरक्षा का भी जिम्मेदार होता है।
- अन्य सेवाएँ: कप्पिया भिक्षुओं के लिए संदेशवाहक का काम भी करता है और मठ में आने वाले लोगों की आवभगत में भी सहायता करता है।
कप्पिया का महत्व:
कप्पिया बौद्ध मठ के सुचारू संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भिक्षुओं को ध्यान और अध्ययन के लिए समय मिल सके, इसके लिए कप्पिया उनके दैनिक कार्यों का भार अपने ऊपर ले लेता है। कप्पिया का पद सम्मान का होता है और मठ में उसका महत्वपूर्ण स्थान होता है।
कप्पिया और दान:
कप्पिया को अपनी सेवाओं के लिए कोई वेतन नहीं मिलता है। वह अपनी जीविका दान पर निर्भर करता है। लोग कप्पिया को भोजन, वस्त्र, दवाईयां आदि दान करते हैं।