
बौद्ध मंदिर
Buddhist temple
(Buddhist place of worship)
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बौद्ध मंदिर: शांति का प्रतीक
बौद्ध धर्म के अनुयायी, बौद्ध मंदिरों को पूजा स्थल मानते हैं। इन्हें अलग-अलग क्षेत्रों और भाषाओं में विहार, चैत्य, स्तूप, वाट और पैगोडा जैसे नामों से जाना जाता है।
बौद्ध मंदिर बुद्ध के पवित्र भूमि या पवित्र वातावरण का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनका निर्माण आंतरिक और बाह्य शांति को प्रेरित करने के लिए किया जाता है।
यहां विभिन्न प्रकार के बौद्ध मंदिरों के बारे में विस्तार से जानें:
- विहार: यह बौद्ध भिक्षुओं और भिक्षुणियों के रहने और ध्यान करने का स्थान होता है। यह एक प्रकार का मठ होता है जहाँ धार्मिक शिक्षा दी जाती है और धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन किया जाता है।
- चैत्य: यह प्रार्थना घर होता है जहां बुद्ध की मूर्ति या स्तूप स्थापित होता है। यहां बौद्ध धर्म के अनुयायी एकत्रित होकर प्रार्थना करते हैं, ध्यान करते हैं और धार्मिक ग्रंथों का पाठ करते हैं।
- स्तूप: यह एक गुंबदनुमा संरचना होती है जो बुद्ध या अन्य महत्वपूर्ण बौद्ध गुरुओं के अवशेषों को सुरक्षित रखने के लिए बनाई जाती है। स्तूप ध्यान और श्रद्धा का केंद्र होते हैं।
- वाट: यह थाईलैंड, लाओस और कंबोडिया जैसे दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में पाया जाने वाला बौद्ध मंदिर है। वाट में अक्सर मंदिर परिसर, भिक्षु निवास और अन्य धार्मिक इमारतें शामिल होती हैं।
- पैगोडा: यह पूर्वी एशियाई देशों जैसे चीन, जापान और कोरिया में पाया जाने वाला बहु-मंजिला टॉवर जैसा मंदिर है। पैगोडा में अक्सर बुद्ध की मूर्तियाँ और धार्मिक कलाकृतियाँ होती हैं।
बौद्ध मंदिर शांति, करुणा और ज्ञान का प्रतीक हैं। ये धार्मिक स्थल ही नहीं बल्कि कला और वास्तुशिल्प के उत्कृष्ट नमूने भी हैं।
A Buddhist temple or Buddhist monastery is the place of worship for Buddhists, the followers of Buddhism. They include the structures called vihara, chaitya, stupa, wat and pagoda in different regions and languages. Temples in Buddhism represent the pure land or pure environment of a Buddha. Traditional Buddhist temples are designed to inspire inner and outer peace.